प्रदेश

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्व में संचालित हो रही पोषण ट्रैकर ऐप पर कार्य करने दिया जाये और संपर्क ऐप को तत्काल बंद किया जाय

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर ३१ मई ;अभी तक;  बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संगठन मंदसौर द्वारा मुख्यमंत्री एवं महिला एवं बाल विकास संचालनालय आयुक्त के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार मंदसौर को देकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क ऐप में उपस्थिति सहित अन्य कार्य पर रोक लगाने एवं पूर्व में संचालित पोषण देकर ऐप पर ही कार्य करने की अनुमति प्रदान किये जाने की मांग की गई।
                                         संगठन के प्रदेश संरक्षक श्याम सोनावत व जिलाध्यक्ष चेना गुर्जर ने बताया कि दिये गये ज्ञापन में कहा कि मध्यप्रदेश के समस्त आंगनवाड़ी के कार्यकर्ता पोषण ट्रेकर ऐप जो कि राष्ट्रीय स्तर पर तय किया गया था, उस पोषण ट्रैकर ऐप पर समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंगनबाड़ी से संबंधित समस्त गतिविधियाँ संचालित करती थीं, जो विगत 3 वर्षों से संचालित हो रहा था, जिसकी प्रक्रिया से समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पूर्णतः अवगत हो गई थीं और अपने कार्य को सुचारू रूप से संचालित कर पा रही थीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के कार्य जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की देखभाल करना, बच्चों का वजन लेना, गृह भेंट, टीकाकरण, मंगल दीवस, उन्हें पोषण आहार से संबंधित जानकारी देना, नवजात शिशुओं के पोषण की संबंधी जानकारी, मातृवंदना योजक लाडली लक्ष्मी योजना तथा शासन के द्वारा जारी नितीयों की जानकारी एवं सुविधा ग्रामीणों को उपलब्ध करवाना है। यह कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की 1995 की भर्ती में न्यूनतम योग्यता 8वीं एवं 10वीं पास है, जो नवीन मोबाईल ऐप को चलाने में पूर्णतः सक्षम नहीं है, क्योंकि पोषण ट्रैकर ऐप का संचालन वे अच्छे से विगत तीन वर्षों से कर रही हैं।
समस्त अधिकारी एवं सुपरवाईजर के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकताओं को संपर्क ऐप में भी कार्य करने के लिए लगातार दबाव बनाकर कार्य कराया जा रहा है, जबकि इस संबंध में कोई अधिसूचना विभाग द्वारा आज दिनांक तक जारी नहीं की गई है। एक ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से दो ऐपों पर कार्य करने के लिए बाध्य किया जा रहा है, जोकि विधि के अनुसार उचित नहीं है, क्योंकि एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जब पोषण ट्रैकर ऐप पर कार्य कर रही है तो वही कार्य उसे संपर्क ऐप में करने के लिए दबाव बनाया जाना विधि विरूद्ध है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का पद मानदेय पर आधारित है एवं शासन द्वारा जो मोबाईल सुविध कार्यकर्ताओं को दी गई थी वह मोबाइल भी आधुनिक न होने की वजह से उस पर कार्य नही किया जा सकता है, जिससे समस्त कार्यकर्ताएँ अपने निजी मोबाइल से शासन की नीतियों का संचालन कर रही हैं। उक्त संपर्क ऐप के माध्यम से जो डाटा एकत्रित किया जा रहा है वह शासन के द्वारा अभी तक उस ऐप को अधिसूचित नहीं किया गया है, अतः उक्त एप के साथ का दुरुपयोग किए जाने की संभावना अधिक है। ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की उपलब्धता भी पर्याप्त मात्रा में नहीं रहती है, जिस कारण से कई बार ऐप पर कार्य करना मुश्किल हो जाता है, ऐसी स्थिति में संपर्क ऐप पर कार्य न करने की दशा में उसे उस दिन अनुपस्थिति मानकर उसका मानदेय शासन द्वारा काट लिया जाता है, जबकि पोषण ट्रैकर ऐप में ऐसा प्रावधान नहीं था। अन्य राज्यों में सिर्फ एक ही ऐप, पोषण ट्रैकर ऐप पर कार्य आंगनबाड़ी कार्यकताओं से लिया जा रहा है जबकि मध्य प्रदेश में उन्हें दो ऐपों पर कार्य करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। उक्त समस्याओ का शीघ्र निराकरण न होने की दशा में संगठन के आव्हान पर आचार संहिता के पूर्ण होते ही आंदोलन किया जावेगा व हड़ताल करने के लिये बाध्य होना पड़ेगा।
ज्ञापन में मांग की गई कि संपर्क ऐप पर अतिरिक्त कार्य करने के लिए परियोजना अधिकारियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है उसे बंद कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्व में संचालित हो रही पोषण ट्रैकर ऐप पर कार्य करने दिया जाये और संपर्क ऐप को तत्काल बंद किया जाय, जिससे म०प्र० की समस्त आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता सुचारू रूप से अपने कार्य संचालन कर सकें एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की वेतन भत्तों सहित अन्य मांगे भी तत्काल निराकृत की जाय, जिससे वे अपना जीवन यापन कर सकें।
इस अवसर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष चेना गुर्जर, जिला कोषाध्यक्ष मंजूबाला चौहान, मोनिका सोनी, शिवकन्या सेन, अर्चना, मंजू गुर्जर, निर्मला आदि उपस्थित रही।

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