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जिले में पिछले 4 दिनों से निरंतर हो रही वर्षा के कारण जिले में नदी नालों में उफान, बाढ़ की स्थिति उत्पन्न

आनंद ताम्रकार

बालाघाट २३ जुलाई ;अभी तक;  जिले में पिछले 4 दिनों से निरंतर हो रही वर्षा के कारण जिले में नदी नालों में उफान आ गया है और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

जिला प्रशासन ने नदी तथा नालों के किनारे बसे ग्रामों तथा नगरों में तहसीलदार और पुलिस फोर्स कडी निगरानी रखने के निर्देश दिये हैं।

                                   सिवनी जिले में स्थित भीमगढ़ बांध से कल खोले गए 5 गेट और आज खोले गए 2 गेट से पानी की निकासी किये जाने के कारण वैनगंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है नदी के किनारे बसे गांव में पानी पहुंच गया है चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है।

भीमगढ़ बांध से पानी निकासी के कारण वैनगंगा नदी में जलस्तर में बढ़ोतरी आ जाने से लामटा थाना क्षेत्र के मुरझड गांव में संगम घाट में स्थित शंकर मंदिर में पूजा करने पहुंचे पुजारी तेजराम बोपचे बाढ़ के पानी से मंदिर में ही रह गये रात भर रहने के बाद आज सुबह पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें रेशक्यु आपरेशन कर उन्हें सुरक्षित निकाला मौके पर लामटा थाना प्रभारी दिलीप नायक और तहसीलदार उपस्थिति थे बाढ़ के हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने 2 दिन के लिये सभी स्कूलों और महाविद्यालय की अवकाश की घोषण की है।

जिला मुख्यालय का अनेक गांव से संपर्क टुट गया है सभी नदी नाले उफान पर है। भीमगढ़ बांध का पानी वैनगंगा में प्रवाहित किये जाने के कारण बालाघाट जिला ही नही महाराष्ट्र के भंडारा जिले में भी वैनगंगा नदी के किनारे बसे गांव में बाढ़ का प्रकोप बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने भंडारा  जिले के कलेक्टर को पानी निकासी की सूचना भेजकर नदी के किनारे बसे गांव में चौकसी और सुरक्षा के इंतजाम किये जाने की जानकारी दी थी।

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