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देव डायग्नोस्टिक सेंटर पर हुई आगजनी एवं रामटेकरी पर कार मे आग लगाने वाले प्रमुख सरगना गिरफ्तार

 महावीर अग्रवाल
 मंदसौर  २२ अगस्त ;अभी तक ;   पुलिस अधीक्षक मंदसौर श्री अभिषेक आनंद के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंदसौर श्री गौतम सोलंकी व नगर पुलिस अधीक्षक मंदसौर श्री सतनाम सिंह के निर्देशन में थाना शहर कोतवाली पुलिस द्वारा दिनांक 28-29 मई 2024 की मध्य रात्रि में सिविल हास्पीटल के सामने स्थित देव डायग्नोस्टिक सेंटर में हुई आगजनी एवं दिनांक 13-14 अगस्त 2024 की मध्य रात्रि को रामटेकरी मंदसौर पर स्थित डा. श्री देवीदास जी संगतानी के मकान के सामने खडी चार पहिया कार वाहन बलेनो मे हुई आगजनी की घटना का खुलासा करते हुये उक्त घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त की है।
                                        नवागत पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनन्द ने कंट्रोल रूम पर बुलाई गई पत्रकारवार्ता में पत्रकारों के बताया कि दिनांक 29-05-2024 को फरियादी डा. श्री देवीदास पिता ताराचंद संगतानी निवासी रामटेकरी के द्वारा थाना शहर कोतवली मदंसोर पर आकर प्रथम सुचना रिपोर्ट लेख करवाई कि उनके संस्थान देव डायग्नोस्टिक सेंटर जो कि जिला शासकीय चिकित्सालय के सामने स्थित है उक्त सेंटर पर किसी अज्ञात आरोपी के द्वारा नुकसान करने कि नियत से ज्वलनशील पदार्थ से सेंटर मे आग लगा दी है। फरियादी कि रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली पर अप क्र 258/24 धारा 436 भादवि का पंजीबद्ध किया जाकर अनुसंधान मे लिया गया। इसी दौरान घटना दिनांक 14-08-2024 फरियादीया नेहा होतवानी पिता डां. श्री देवीदास संगतानी नि रामटेकरी के द्वारा थाना शहर कोतवाली पर आकर प्रथम सुचना लेख करवाई कि दिनांक 13-14 अगस्त 2024 की मध्य रात्रि मे उनकी चार पहिया बलेनो कार जिसका रजिस्ट्रेशन क्रमांक एम पी 14 सीसी 1787 को किसी अज्ञात आरोपी द्वारा नुकसान करने कि नियत से ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। जो आरोपी घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज मे भी दिखाई दे रहे है उक्त घटना को कारित करने वाले 03 आरोपी दिखाई दिये जो मोटर साईकिल से आकर घटना कारित कर फरार होना, फरियादी के द्वारा संदेह कर बताया गया। साथ ही फरियादिया के द्वारा यह भी बताया गया कि उक्त घटना कारित करने मे उन्हे प्रमुख रुप से कमलेश होतवानी पिता चंदन कुमार होतवानी जो कि नेहा होतवानी के पति है इनके द्वारा पूर्व विवादो के चलते यह घटना को अंजाम दिया गया होगा, ऐसा फरियादिया नेहा होतवानी के द्वारा बताया गया। फरियादिया कि रिपोर्ट पर से थाना शहर कोतवाली पर अपराध क्रमांक 390/2024 धारा 326 (f), 287, 61(2), 3(5) भारतीय न्याय संहिता के तहत पंजीपद्ध किया जाकर अनुसंधान मे लिया गया । अनुसंधान के दोरान प्राप्त तकनीकी साक्ष्य एवं मुखबीर की सूचना के आधार पर उक्त घटना के प्रमुख संदेही कमलेश होतवानी की तलाश मंदसौर मे उसके मिलने के संभावित स्थानो पर की गई परंतु सफलता नही मिली पश्चात इंदौर जाकर भी संदेही की तलाश की गई । प्रकरण मे सफलता नही मिलने पर पुनः तकनीकी साक्ष्य जुटाये जाकर संदेही की तलाश हेतु पुलिस टीम को गोवा भेजा गया। जहां गोवा से में संदेही के मिलने के अनेक स्थानो पर पुलिस तलाश की काफी प्रयास उपरांत पुलिस को संदेही को पकडने मे सफलता प्राप्त की।  प्रारंभिक पुछताछ की जिसमे की संदेही को घटना की जानकारी होने का संदेह होने पर संदेही को थाना लाकर थाने पर विस्तृत पुछताछ की जाने पर संदेही कमलेश होतवानी के द्वारा उपरोक्त अपराध कि घटनाओ को अंजाम देना बताया । इस पर वेधानिक कार्यवाही की जाकर आरोपी से घटना कारित करने मे उपयोग किये गये मोबाईल को भी जप्त किया गया है। उक्त आरोपी ने पुछताछ के दौरान यह बताया कि उसका संपर्क जब वह फरियादी नेहा होतवानी द्वारा उस पर पंजीपद्ध कराये गये अपराध मे जेल गया था, तब से वह फरियादी पक्ष से रुष्ट था, जेल से छुटने के बाद आरोपी कमलेश  होतवानी की मुलाकात जावेद निवासी नुर कोलोनी मंदसौर एवं नागेश निवासी रलायता मंदसौर से हुई । जो आरोपी कमलेश कुमार के कहने पर जावेद ने उक्त घटना को अंजाम दिये जाने की व्यवस्था की । प्रकरण का मुख्य आरोपी गिरफ्तार होकर शेष अन्य आरोपी की तलाश जारी है। आरोपी को गिरफ्तार किया जाकर माननीय न्यायालय मे पेश कर पुलिस रिमांड प्राप्त कर अनुसंधान के दौरान ओर भी आरोपियो की गिरफ्तारी की जावेगी।
                         उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी के नाम  01. कमलेश पिता चंदन कुमार होतवानी उम्र 43 साल निवासी हाउसिंग बोर्ड कोलोनी, नई आबादी, मंदसौर है।
  पुलिस टीम:-
                               उक्त कार्यवाही में निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ थाना प्रभारी कोतवाली, उनि शैलेन्द्र सिंह कनेश, उनि अभिषेक बोरासी, सूबेदार सत्येन्द्र सिह, (सायबर सेल), प्रआर 158 विनोद नामदेव, प्रआर 116 रमीज राजा,प्रआर 121 अर्जुन सिहं, प्रआर 639 आशीष बैरागी (सायबर सेल), प्रआर 235 मुजफ्फरुद्दीन शेख,  आर 467 मनीष बघेल (सायबर सेल), आर 768 गोरव (सायबर सेल), 258 मोहित पंवार, आर 861 नरेन्द्र, आर 463 हरिश राठोर, आर 236 भानुप्रताप सिह की सराहनीय भूमिका रही। जिन्हे वरिष्ठ अधिकारी द्वारा पृथक से पुरुस्कृत किया जावेगा।

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