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शाही रथ में विराजे भगवान श्रीकृष्ण ग्वालों ने खींचा रथ, जन्माष्टमी पर्व पर ग्वाला समाज ने निकाला चल समारोह

महावीर अग्रवाल

मंदसौर २६ अगस्त ;अभी तक ;   श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर श्रीकृष्ण चंद्रवंशी ग्वाला गवली समाज मंदसौर द्वारा चल समारोह निकाला गया। गाजे-बाजे और ढोल-ढमाकों के साथ नयापुरा गवली मोहल्ला स्थित श्री सांवलिया सेठ मंदिर से प्रारंभ हुआ चल समारोह पांच घंटे तक शहर में लगभग तीन किमी तक विभिन्न मार्गो से होकर गुजरा। शोभायात्रा में भगवान कृष्ण, ग्वाला समाज के आराध्य बाबा हरदेवलालाजी झांकी, खाटू श्याम की झांकी के अलावा दिल्ली की चलित झांकियां खास आकर्षण का केंद्र रही। भगवान श्री कृष्णजी रथ में विराजित थे। इस रथ को समाजजन अपने हाथों से खिंचते हुए चल रहे थे।समाजजनों एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा कई स्थानों पर चल समारोह का स्वागत कर शामिल समाजजनों को स्वल्पाहार वितरित किया गया।

जन्माष्टमी पर्व पर सोमवार सुबह 10.30 बजे नयापुरा गवली मोहल्ला में श्री सांवरिया सेठ मंदिर पर महाआरती समाज के वरिष्ठजनों के आतिथ्य में हुई। पश्चात चल समारोह प्रारंभ हुआ। समारोह में डीजे पर युवक-युवतियां महिला-पुरूष बच्चे कृष्ण के भजनों पर नृत्य करते चल रहे थे। यात्रा में ट्रेक्टर पर ग्वाला समाज के आराध्य श्री हरदेवलालाजी की फूलों से सजी झांकी, भगवान श्री कृष्ण की झांकी, इसके पीछे खुले वाहन में कोटा के कलाकार राधाकृष्ण, औघड़ नृत्य की झांकी भजनों पर नृत्यों की प्रस्तुति दे रहे थे। सबसे पीछे भगवान श्रीकृष्ण का रथ चल रहा था। इस रथ को समाजजनों ने अपने हाथों से खिंचा। यात्रा में मंदसौर के ढोल-डीजे की धून पर पूरा समाज एक साथ थिरकते, कान्हा के जन्मोत्सव की खुशी में जयकारे लगाते चल रहा था। आकर्षक झांकियां, जयकारे लगाते चल रही युवाओं की टोली, कान्हा के भजन गुनगना रही महिलाएं और कृष्ण व राधा की वेशभूषा में शामिल बच्चे सब को मिलाकर जुलूस इतना भव्य था कि जिस मार्ग से गुजरा माहौल कृष्णमय हो गया। चल समारोह का समाजजनों ने फरियाली, केले, चाय आदि वितरित कर स्वागत किया। पूरे मार्ग में कई स्थानों पर चल समारोह का स्वागत किया गया। नयापुरा गवली मोहल्ला से प्रारंभ हुआ चल समारोह शुक्ला चौक, घंटाघर, कालीदास मार्ग, बस स्टैंड बालाजी मार्ग, युवराज क्लब रोड, गांधी चौराहा, अस्पताल मार्ग, तरणताल मार्ग, बालागंज होते हुए गांधी चौराहा स्थित श्री हरदेवलाला मंदिर पर पहुंचकर समापन हुआ। चल समारोह में मंदसौर के सभी समाजजनों के अलावा नीमच, प्रतापगढ़ आदि क्षेत्रों से भी समाजजन शामिल हुए। रात 12 बजे श्री सांवलियाजी मंदिर नयापुरा में महाआरती की गई।

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