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वैनगंगा नदी के डुब क्षेत्र में बनाये गये मुख्यमंत्री पुलिस आवास तकनीकी खामियां और लापरवाही के संबंध में आज तक किसी भी अधिकारी पर कोई जवाबदेही तय नहीं

आनंद ताम्रकार

बालाघाट 20 सितम्बर ;अभी तक ;   जिले में प्रदेश सरकार द्वारा मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री पुलिस आवास योजना के अंतर्गत 9 करोड रूपये की लागत से 56 आवास गृहों का निर्माण किया गया है तकनीकी खामियां और अधिकारियों की लापरवाही के चलते वैनगंगा नदी के डुब क्षेत्र में बनाये गये है जो की वैनगंगा नदी की बाढ़ के पानी में डुब जाते है।
                                    जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर कनकी ग्राम में 36वीं वाहिनी के परिसर में वैनगंगा नदी के किनारे के आवास ऐसी जगह बनाये गये है जहां नदी का जलस्तर बढ़ने पर बेसमेंट में पानी भर जाता है।  अभी हाल ही में 23 जुलाई 2024 को वैनगंगा नदी में आई बाढ के कारण इन आवासों के बेसमेंट में पानी भर गया था।

                                    प्राप्त जानकारी के अनुसार बनाए गए आवास के बाढ के पानी में डुब जाने के कारण पूनः 56 आवास दूसरे स्थान पर बनाये गये है। जिनके निर्माण में 18 करोड रुपये की राशि व्यय कर दी गई है।
इस प्रकार पहले बनाये गये 56 आवासों का जो निर्माण स्थल चयन किया गया था वह गलत था जिस भू भाग पर चयन किया गया था वह ऊंचाई का क्षेत्र था लेकिन निर्माण कार्य की नींव रखने के लिये ऊंचाई वाले भू भाग की मिट्टी की खुदाई कर वहां पर गहरीकरण किया गया इसी भू भाग में निर्माण की नीव रखी गई। इतना ही नहीं इसी भू भाग के निकट जिला उद्योग केन्द्र के द्वारा प्रस्तावित औद्योगिक केन्द्र के आवासों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।

इस प्रकार करोड़ों रुपये की राशि से बनाये जाने वाले आवास गृहों जो नदी के डूब क्षेत्र में आते है कैसे स्वीकृत कर दिये गये और करोड़ों रुपये की राशि इन पर व्यय कर दी गई। आश्चर्य तो इस बात पर भी है की आवास गृहों पर निर्माण में बरती गई तकनीकी खामियां और लापरवाही के संबंध में आज तक किसी भी अधिकारी पर कोई जवाबदेही तय नहीं की गई।

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