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पहली बार खुलें- नर्मदा घाटी में जिलेेेेेे के इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट

 मयंक शर्मा
खंडवा ७ अगस्त ;अभी तक ;  आज बुधवार अपरान्ह बाद करीब चार  बजे नर्मदा घाटी के जिले के द्वय इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर नियंत्रित करने के बांध के गेट खोल दिये गये है। इस मानसून सत्र में पहली बार गेट खोले गये है।नम्र्रदा घाटी के अप स्टीम में तवा व बरगी बांध के गेट खोलकर छोडे गये पानी की आवक से इंदिरा सागर बांध में  मेे पानी से बढ रहा जलस्तर के कारण यहां  गेट खोलकर पानी निकालने की नौबत आई हैै। वहीं ओंकारेश्वर बांध  लबालब होने के कगार पर हैं। ऐसे में इन बांधों में पानी की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गेट खोले गये  हैं।
                            बांध प्रबंधक अजीत कुमार  ने कहा कि  इंदिरा सागर बांध के 12 गेट तथा ओंकारेश्वर बांध के 9 गेट 2.5 मीटर उंचे कर खोले गये है।उन्होने पुन कहा कि  नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों को नदी के किनारों से दूर रहने की हिदायत है। वहीं इस संबंध में एनएचडीसी ने खंडवा सहित आसपास के पांच जिलों खंडवा, देवास, खरगोन, बड़वानी, धार, हरदा  को भी खबरदार किया है।
                            उन्होने बताया कि  बांध का जलस्तर नियंत्रित करने के लिए पावर हाउस की सभी आठ टरबाइन चलाई जा रही है। इससे 1840 क्यूमेक्स तथा चार गेट से दो हजार क्यूमेक्स पानी नर्मदा में छोड़ा जाएगा। इससे डाउन स्ट्र्रीम में नर्मदा में करीब 8220 क्यूमेक्स पानी पहुंचेगा।
                            उन्होने कहा कि दोनों बांध के पावर हाउस की सभी 8-8 टरबाइन चला कर बिजली का उत्पादन पूरी क्षमता से किया जा रहा है। ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर 195.70 मीटर और इंदिरा सागर बांध का जलस्तर  259.70 मीटर पर पहुंच गया है। अगस्त में बांध का जलस्तर 260 मीटर रखा जाता है जबकि इंदिरा सागर बांध की निर्धारित उंचाई 262.13 मीटर है। यहा करीब 10 हजार क्यूमेक्स पानी की आवक होने से इंदिरा सागर जलाशय का जलस्तर बढ़ रहा है। जलस्तर नियंत्रित रखने के लिए बांध से पानी छोड़ने का निर्णय एनएचडीसी प्रबंधन ने लिया है। बिजली उत्पादन से डिस्चर्ज पानी से ओंकारेश्वर में नर्मदा का जलस्तर बढ़ रहा है।
                          ज्ञातव्य है कि  इंदिरा सागर से छोडा गया पानी डाउन स्टीम में नमैदा पर बने ओंकारेश्वर  बांध के जलाशय में पहुंचता है।वहा भी 520 मेगावाट की 8 टरबाईन चलाकर बिजली उत्पादन लिया जाता है।यहा बांध के गेट और पावर हाउस से डाउन स्ट्रीम में 3880 क्यूमेक्स पानी छोड़ा ज रहा हे। ओंकारेश्वर बांध का निर्धारित उंचाई 196 मीटर के मुकबले यहां जलस्तर 195.40 मीटर से ऊपर पहुंचने से गेट खोले गये  हैं।
                       ऊपरी क्षेत्र में इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़ने से ओंकारेश्वर बांध का जलाशय लबालब होता देख इमानसून सत्र में पहली बार बांध के गेट ,खोले  गये है।

 


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