प्रदेश

केवल म. प्र. के पुलिस थानों में  लगभग 4 लाख 74 हजार वाहन जब्त पड़े कबाड़ हो गए

महावीर अग्रवाल
       मन्दसौर १५ सितम्बर ;अभी तक ;    मध्य प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में कंडम वाहनों के ढेर लगे हैं,यह वे वाहन जिन्हें आबकारी या दूसरे नशे के अवैध कारोबार में लिप्त होने के कारण जब्त किया गया है। कई वाहन ऐसे हैं जो चेकिंग के दौरान पकड़े गए इसलिए जब्त कर लिये गये।
     शिक्षाविद श्री रमेशचंद्र चंद्रे ने एक बयान में कहा कि  अनेक पुलिस थानों में तो वाहनों के पिरामिड तक बन गए हैं। कुछ थानों से तो इन वाहनों के लगभग पार्ट्स चोरी होते जा रहे हैं तथा कई वाहनों के तो टायर भी निकल चुके हैं। अनेक वाहन तो 2005 से लेकर 2010 बीच जब्त किए हुए भी कबाड़ में पड़े हैं, जिन्हें नीलाम तक नहीं किया जा सका।
        उन्होंने कहा कि जो गाड़ियां चोरी की आशंका में पुलिस द्वारा धारा 41 के तहत जब्त की जाती है जिनका निराकरण अदालत के आदेश के बाद किया जा सकता है जबकि लावारिस हालत में मिले वाहनों को पुलिस, एसडीएम की मंजूरी से निराकृत कर सकती है। किंतु दुर्भाग्य की बात है कि आजादी के 77 वर्ष बाद भी न्यायालय में लंबित प्रकरण दीर्घ काल तक चलने के कारण या अनेक प्रकरण अपील में होने के कारण इन वाहनों का निराकरण संभव नहीं हो पाता,उसकी वजह से अनेक वर्षों तक ये वाहन थाना परिसरों में सड़ते रहते हैं।
      श्री चंद्रे बे कहा कि  पुलिस थानों में जब्त  वाहनों के कबाड़ होने के कुछ कारण सामने आए हैं, जिसमें पुलिस थानों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं होने से वाहनों को खुले मैदान पर रखना पड़ता है इसके अलावा वाहनों की देखभाल की जिम्मेदारी थाने के “माल खाना मुंशी” की होती है लेकिन उचित देखरेख नहीं होने के कारण यह वाहन कबाड़ हो जाते हैं।मध्य प्रदेश में लगभग 1150 थाने हैं और हर थाने में टू व्हीलर तथा फोर व्हीलर सड़ते रहते हैं।
       उन्होंने यह भी कहा कि आज की आवश्यकता है कि, इन वाहनों के उचित निराकरण अथवा नीलामी संबंधी कानून, विधानसभा में बनाएँ जाना चाहिए। इसलिए सभी विधायकों को इस दृष्टि से कोई विधेयक लाकर विचार विमर्श करना आवश्यक है, ताकि थानों में यह गाड़ियां कबाड़ होने की के बजाय या तो संबंधित व्यक्ति को मिल जाए अथवा उसे नीलाम कर दिया जाए और फिर जो व्यक्ति न्यायालय से केस जीत जाता है, उसे नीलाम किए गए वाहन की राशि का भुगतान किया जावे। इस कारण कोई भी गाड़ी कबाड़ होने से बच जाएगी।

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