प्रदेश

सिद्धनाथ आश्रम के पुल एवं सीसी सड़क बहने के मामले की जांच करेगी कार्यपालन यंत्रीयों की चार सदस्यीय टीम

दीपक शर्मा

पन्ना ७ अगस्त ;अभी तक ;  गुनौर विधानसभा अन्तर्गत अगस्त ऋषि की तपोभूमि सिद्धनाथ आश्रम ग्राम पंचायत कुलगंवा के पास स्थित है। उक्त स्थान को विकसित करने के लिए संस्कृति विभाग द्वारा विगत तीन वर्षो से कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे है। लोगो द्वारा लगातार उक्त स्थान को और अधिक विकसित बनाने के लिए निर्माण एवं विकास कार्यो की लगातार मांग की जा रही थी। जिसको लेकर भाजपा अध्यक्ष तथा क्षेत्रीय सांसद वीडी शर्मा द्वारा संस्कृति विभाग एवं ग्रामीण यंत्रीकीय विभाग के माध्यम से पुल तथा सीसी रोड़ का निर्माण कार्य कराने के लिए राशि स्वीकृत कराई थी।

उक्त निर्माण कार्य ग्रामीण यंत्रीकीय विभाग द्वारा विभगीय स्तर पर मिट्टी मुरूम की सड़क का कार्य उपयंत्री एवं एसडीओ की देखरेख में ठेकेदार योगराज शर्मा द्वारा लगभग एक करोड़ की लागत से कराया गया था तथा पुल का निर्माण कार्य ग्रामीण यंत्रीकीय विभाग द्वारा स्वंय लगभग एक करोड़ की राशि से कराया गया तथा जीएसबी रोड के उपर सीसी सड़क निर्माण का कार्य खनिज मद एवं संस्कृति विभाग की विशेष निधी से लगभग चालीस प्रतिशत बिलो से संस्कृति विभाग के द्वारा ही कराया गया था। उक्त कार्य लगभग दो महिना पूर्व पूर्ण हुआ विगत चार पांच अगस्त को हुई भारी वारिश से नदी नाले उफान पर आ गये तथा पुल लगभग दस फिट डूबा रहा, सीसी सडक का निर्माण कार्य जो कराया गया। उक्त कार्य जीएसबी सड़क के पूरे क्षेत्र में नहीं कराया गया। जिससे सीसी सडक के परखच्चे उड़ गये तथा सीसी सड़क पूरी तरह धराशाई हो गई। उक्त मामला सांसद वीडी शर्मा के क्षेत्र एवं उनके विशेष प्रयास से कराये जाने को लेकर सुर्खियों मे बन गया। मामले को ठंडा करने तथा अधिक तूल न पकडने के लिए सांसद द्वारा आनन फानन मे कलेक्टर को पत्र लिखकर जांच के आदेश जारी कर दिये। इसके बाद कलेक्टर सुरेश कुमार ने चार सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया। आखिर उक्त घटिया निर्माण कार्य मे किसकी लापरवाही उजागर हो रही है। जिन चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, उसमे कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यंत्रीकीय विभाग, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग पीआईयू तथा कार्यपालन यंत्री पर्यटन विभाग को शामिल करके जांच कराई जायेगी। लेकिन उक्त जांच कब पूरी होगी अभी यह स्पष्ट नही हुआ है। गौरतलब है कि उक्त जांच कमेटी में उक्त दोनो विभागो के अधिकारीयों को भी शामिल किया गया है। जो संबंधित मामले मे दोषी है। जिससे निष्पक्ष जांच होने पर सवाल खड़े हो रहें है। ज्ञात हो कि सबसे बड़ी लापरवाही संस्कृति एवं पर्यटन विभाग की सामने आ रही है, क्योकि ग्रामीण यंत्रीकीय विभाग द्वारा जितनी चौड़ाई मे सडक का निर्माण किया गया था उतने पूरे क्षेत्र मे सीसी का निर्माण नही किया गया। जिससे पानी को कटाव करने मे आसानी से सहूलियत मिल गई और उसी के चलते पूरी सीसी सडक धराशाई हो गई। उक्त मामले मे संबंधित ठेकेदारो तथा जिम्मेवार उपयंत्री के खिलाफ कार्यवाही होना चाहीए।
इनका कहना हैः-हमारे विभाग द्वारा पुल का निर्माण कराया गया था, जिसमें कोई छति नही हुई है, तथा विभाग द्वारा कच्चा कार्य मिट्टी मुरूम का बेहतर कराया गया था, सीसी रोड पर्यटन विभाग द्वारा बनाई गई, मामले की जांच चल रही है, जो भी दोषी होगा जांच मे सामने आयेगा।
बीएस यादव कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रीकीय सेवा पन्ना
पुल का निर्माण कार्य बेहतर ढंग से कम राशि मे भी हमारे द्वारा कराया गया, पुल के उपर दस फिट पानी रहा उसके बावजूद पुल मे कोई छति नही हुई, सडक निर्माण जीएसबी विभाग द्वारा बेहरत ढंग से कराया गया, रोलर भी चलाया गया था तथा उसके उपर पर्यटन विभाग द्वारा सीसी का कार्य कराया गया। लेकिन कच्चे निर्माण के उपर पूरे क्षेत्र मे सीसी का कार्य नही हुआ, जिसके कारण पानी को प्रवेश करने का मौका मिला, और इसी के चलते सीसी सडक बह गई।
धीरज चौधरी एसडीओ आरईएस विभाग पन्ना

Related Articles

Back to top button