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पूरे प्रदेश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सर्वाधिक संख्या बालाघाट जिले से

आनंद ताम्रकार

बालाघाट १४ अगस्त ;अभी तक ;  मध्यप्रदेश में बालाघाट जिले का आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है पूरे प्रदेश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सर्वाधिक संख्या बालाघाट जिले से रही है।

                                     इतना ही नहीं बालाघाट जिले में 20 अगस्त 1942 के दिन अंग्रेजों की गोली लगने से युवक दशाराम फुलमारी की शहादत भी हुई थी उनकी स्मृति में पुराने थाने जो अब अनुविभागीय अधिकारी पुलिस का कार्यालय बना हुआ है उस चौक में गोलीबारी चौक का नामकरण देकर स्व.दशाराम फुलमारी की प्रतिमा स्थापित की गई है। 20 अगस्त को प्रतिवर्ष उनकी स्मृति में कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।

                           यह उल्लेखनीय है कि बालाघाट जिले में 365 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम सूचीबद्ध है वहीं वारासिवनी नगर में 92 सेनानियों ने आजादी की लडाई मे अपना योगदान दिया है। 50 से भी अधिक सेनानी ऐसे भी जिन्होने 6 माह से लेकर 3 वर्ष तक कारावास की सजा भुगती है।  इन सेनानियों के नाम नेहरू चौक में स्थापित शिलालेख में अंकित है।

यह भी उल्लेखनीय है की बालाघाट जिले के तिरोड़ी ग्राम में निवासरत स्वर्गीय सूरजलाल गुप्ता को रामटेक में रेलगाड़ी से जा रहे खजाने को लूटने के जुर्म में कालापानी की सजा सुनाई गई थी। इस प्रकार जिले में सभी वर्ग के लोगों ने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया अनेक परिवार तो ऐसे भी जिनके घर से 2-2,3-3 लोगों ने आंदोलनों में भाग लिया और जेल गये।

आजादी की लड़ाई में भाग लेने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों में से केवल एक मात्र स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डाक्टर श्री किशना मोदी मोदी ही जीवित है जो अभी भी सक्रिय है और मजदूरों के हितों की लडाई लडते है वर्तमान समय में वे बैतूल जिले के पाथाखेड़ा में निवास कर रहे है।

इसे विडंबना ही कहा जाये की आजादी की लड़ाई में बालाघाट जिले के योगदान के संबंध मंे शासन स्तर पर कोई जानकारी संधारित नही है जिले के अधिकारियों को बालाघाट जिले में आजादी की लड़ाई और उसमें सेनानियों के योगदान की कोई जानकारी नही है ना ही शहीद दशाराम फुलमारी के संबंध में कोई दस्तावेज में उल्लेख किया गया है।

इन विसंगतियों के चलते भविष्य में इस संबंध में अनेक वाली पीढ़ियों को स्वाधीनता आंदोलन में बालाघाट जिले के योगदान के विषय में कैसे जानकारी मिल पाएगी यह ज्वलंत प्रश्न है।

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