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वध्ूां संत दादाजी तपोभूमि पर शनिवार  को मनाई जाएगी गुरु पूर्णिमा

मयंक शर्मा

खंडवा २० जुलाई ;अभी तक;  श्री दादाजी दरबार में गुरु पूर्णिमा उत्सव परपरा अनुरूप उदया तिथि शनिवार को मनाई जा रही है। पर्व पर शनिवार सुबह से श्रीदादाजी दरबार में समाधि का अभिषेक और पूजन किया गया।  रात्रि में पर्व की महाआरती
108 दीपों से महाआरती होगी।  यहां आने वाले श्रद्धालुजन ;;;;;;, भज लो दादाजी का नाम , भज लो हरिहर जी का नाम  के स्वरा से लबरेज होते हे।
दादाजी धाम ट्स्ट के  मदन ठाकरे ने कहा कि  गुरु -शिष्य परम्परा की अनोखी मिसाल सिर्फ खंडवा में देखने को मिलती है , खंडवा के दादा दरबार में बड़े दादाजी और छोटे दादाजी की समाधि है। ठाकरे ने कहा कि आज भी बड़े दादाजी को भक्तजन शिव का अवतार, और छोटे दादाजी को विष्णु का अवतार मानकर पूजा जाता है। ठाकरे बताते है की अंग्रेज सरकार ने दादाजी को  गाॅड मानते हुए , उन्हें ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया था।, दादाजी के द्वारा किये चमत्कार विज्ञान के लिए चुनौती साबित हुए है।,
खंडवा अवधूत संत केशवानन्द की तपोभूमि कहलाता है , हमेशा अपने सामने आग की धुनी रमाये रखने वाले संत की समाधि खंडवा में है। जिन्हें भक्त दादाजी धुनी वाले के नाम से याद करते है।  हर साल गुरुपूर्णिमा पर 3 दिन उत्सव दौरान देश भर के लाखो भक्त दरबार में माथा टेकने आते है।,गुरुपूर्णिमा पर्व में शामिल होने के लिए सैकडों  भक्तजन  , सैकड़ो किलोमीटर की पैदल यात्रा करके यहाँ पहुँचते है , ा पर्व के दौरान यहां आने वाले भक्तों को चाय ,नाश्ता , विभिन्न प्रकार के पकवान के अलावा आने -जाने के लिए टेक्सी और  दवाइयां मुफ्तं मिलती है। आने वालेे आगन्तुक भक्तों की संख्या 4 लाख के पार हो जाती है।
दादाजी धाम के ट्स्टी  सुभाष नागोरी  ने बताया कि गुरु पूर्णिमा पर्व श्री धूनीवाले दादाजी के दरबार में 20-21 जुलाई को दो दिवसीय है। आज पहलेे दिन 2 लाख से अधिक  श्रद्धालुओं की भीड उमडी। सुरक्षा के लिए 800 पुलिसकर्मी और ड्रोन कैमरे तैनात किए गए हैं। पर्व दो दिन होने से 21 जुलाई को भी श्री दादाजी आश्रम में भीड़  होगी। श्रद्धालुओं की भीड़  के चलते दादाजी की समाधि पर निशान, नारियल और फूलमाला
चढ़ाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
वैसे  3 दिन के उत्सव के दौरान सोमवार तक 4 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने का अनुमान है। इधर, दूर-दूर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के सेवा सुश्रषा के लिये नगरपासी मेजबान बनकर मैदान में आ गये है।
बीती शुक्रवार रात से ही कुछ स्थानों पर भंडारे शुरू हो गए। शनिवार को करीब 200 से अधिक स्थानों पर भंडारों सुचारू रूप से चल रहे हध्े जो रविवार को भी जारी रहेगे। इनमें चाय, पोहा सहित सब्जी-पूड़ी, मालपुआ, रबड़ी, आलू बड़ा, दाल-बाटी, सहित अन्य पकवान श्रद्धालुओं को परोसे जा रहे है।
गुरुपूर्णिमा पर्व के दौरान  नगरवासी , जात -पात और धर्म का भेद मिटाकर, बाहर से आने वाले भक्तों की सेवा करते है , ऐसा नजारा और कही देखने को नहीं मिलता है।
गुरु पूर्णिमा पर खंडवा नगर में आने वाले मेहमानों का स्वागत , पूरा शहर मिलकर करता है  ,शहर में प्रवेश करते ही श्रधालुओं की आवभगत शुरू हो जाती है, इस पर्व में लोगो का सेवा भाव और हिन्दू -मुस्लिम एकता का अनोखा रूप देखने को मिलता है।.गुरुपूर्णिमा के दौरान इस साल खंडवा में करीब 2 सौ से अधिक भंडारे आयोजित किये गये े है
दादाजी धाम के पटेल सेवा ट्स्ट के मदनभाई ने आगे ब बताते है की दादाजी के चमत्कारों की अनुभूति आज भी भक्तों को होती रहती है , यही वजह है की  भक्तजन नंगे पैर सैकड़ों किलोमीटर की दुरी तय करके दर साल पर्व पर खंडवा पहुंचते  है , उनकी जुबान पर यही नाम रहता है , भज लो दादाजी का नाम , भज लो हरिहर जी का नाम यहां पिछले 9 दशक से प्रज्जवल्ति  अखंड धूनी में मनोकामना पूर्ति के लिये सूखा नारियल अर्पित करने की पंरपरा है। हजारो नारियल अर्पित हाजे है।  तय किया गया है कि  धूनी का तापमान 50 डिग्री तक होने पर नारियलों चढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।महाराष्ट्र के जलगांव जिले के सांगवी गांव से 11 सौ लोगों का जत्था भी खंडवा पहुंचा है। भोलानंद गुरु सेवानंद आश्रम से भक्त 30 साल से नियमित  निशान लेकर आ रहे हैं

 


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