प्रदेश

प्रहलाद बंधवार हत्याकांड और सुचित्रा टॉकीज नामांतरण बने एक पहेली

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर २० जून ;अभी तक;  पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष लोकप्रिय नेता स्व. प्रहलाद बंधवार की हत्या और सुचित्रा टॉकीज के नामांतरण मंदसौर क्षेत्र के लिए एक वर्ग पहेली बने हुए हैं इस पहेली को सुलझा कर इसके पीछे का सच सभी जानना चाहते हैं लेकिन प्रहलाद बंधवार हत्याकांड की सीबीआई जांच सभी प्रयास होने के बाद भी नहीं होना और सुचित्रा टॉकीज के नामांतरण भी नगरपालिका मंदसौर द्वारा अवैध मानने के बाद भी इन नामांतरण का निरस्त नहीं होना अपने आप में यह बताता है  कि मंदसौर क्षेत्र के राजनेता प्रशासनिक अधिकारी  भू माफिया और डोडा चूरा तस्कर की जेब में है और इनके नीचे दबकर कार्य करते है । यह बात पूर्व पार्षद व प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य किसान मोर्चा विजय गुर्जर ने  सुचित्रा टॉकीज के नामांतरण निरस्त करने के संयुक्त संचालक के आदेश होने पर कही है।
                                        विजय गुर्जर ने बताया कि मयंक वर्मा संयुक्त संचालक नागरिक प्रशासन एवं विकास भोपाल द्वारा पत्र क्रमांक/157/शा/-2/नामांतरण/2021/11200  के माध्यम से  संभागीय संयुक्त संचालक उज्जैन को निर्देशित किया है कि  मंदसौर स्थित सुचित्रा टॉकीज यशोधर्मन मार्ग मकान नंबर 44 वार्ड क्रमांक 9, के 19 भाग के अवैध नामांतरण शून्य करने के संबंध में कार्यवाही कराकर कृत कार्यवाही से संचनालय को जानकारी भेजना सुनिश्चित करें साथ ही इसी पत्र की एक प्रति कार्यवाही हेतु मुख्य नगरपालिका अधिकारी मंदसौर की ओर भेजकर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है
                                       विजय गुर्जर ने बताया कि सुचित्रा टॉकीज के नामांतरण निरस्त करने में और प्रहलाद बंधवार हत्याकांड की सीबीआई जांच नहीं होने देने में राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण मंदसौर के माफियाओं को कहीं ना कहीं प्राप्त है यही कारण है कि इन दोनों मामले में सही कार्यवाही आज तक नहीं हो पा रही है साथ यह भी मांग करी है की इस मामले में कार्यवाही नहीं करके मामले को  गुमराह कर रहे हैं ऐसे अधिकारी कर्मचारियों की विरुद्ध भी निलंबन कर सेवा समाप्त करने की कार्यवाही करने के आदेश जारी होने चाहिए।

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