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नपाध्यक्ष रमा देवी गुर्जर से बलिदानी पन्नाधाय की मूर्ति मंदसौर शहर में लगाने की मांग- विजय गुर्जर

महावीर अग्रवाल
मंदसौर १५ जुलाई ;अभी तक;  शहर के अंदर सभी धर्म के महापुरुषों की मूर्ति अलग-अलग चौराहों स्थानों पर स्थापित है लेकिन गौरवशाली इतिहास रखने वाले गुर्जर समाज के किसी भी महापुरुष की मूर्ति पूरे शहर में कहीं पर भी स्थापित नहीं है इसी बात को इंगित करते हुए अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के प्रदेश उपाध्यष विजय गुर्जर ने नगर पालिका अध्यक्ष रमा देवी गुर्जर से मांग करी है कि गुर्जर समाज की सर्वोच्च बलिदान पन्नाधाय की मूर्ति  मंदसौर शहर में किसी भी चौराहे पर या स्थान पर स्थापित की जाए
                                   गुर्जर महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय गुर्जर ने बताया है कि गुर्जर समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है गुर्जर प्रतिहार एवं राजवंश था जिसने आठवीं शताब्दी के मध्य से 11वीं शताब्दी तक  भारत के अधिकांश भाग पर शासन किया है इसी गौरवशाली इतिहास के साथ पन्नाधाय को सर्वोच्च बलिदानी के लिए जाना जाता है जिन्होंने अपने एकमात्र पुत्र का बलिदान देकर मेवाड़ राज्य के कुलदीपक उदय सिंह की रक्षा करी थी मेवाड़ के इतिहास में जिस गौरव के साथ प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप को याद किया जाता है उसी गौरव के साथ पन्नाधाय गुर्जर का नाम भी लिया जाता है जिसने स्वामीभक्ति को सर्वोपरि मानते हुए अपने पुत्र चंदन गुर्जर का बलिदान दे दिया था इतिहास में पन्नाधाय का नाम स्वामी भक्ति के लिए प्रसिद्ध है विश्व इतिहास में पन्नाधाय के त्याग जैसा दूसरा दृष्टांत अनुपलब्ध है
अंत में विजय गुर्जर ने नपा अध्यक्ष से मांग करी है कि सर्वोच्च बलिदान के लिए जाने जानी वाली गुर्जर समाज की रानी पन्नाधाय की मूर्ति मंदसौर शहर में स्थापित कर गौरवशाली गुर्जर समाज को मंदसौर शहर में सम्मान दिलाने का कार्य किया जाए

 


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