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शिक्षाविद श्री रामकृष्ण नवाल का 85वां जन्मदिवस विभिन्न संगठनों ने मनाया

महावीर अग्रवाल 
मंदसौर १९ जुलाई ;अभी तक;  मंदसौर। गुरुवंदन मंच, मंदसौर के तत्वावधान में नगर पालिका सभाकक्ष में शिक्षाविद, कर्मयोद्धा, सबके प्रेरक आदरणीय श्री रामकृष्ण नवाल सा. का 85 वाँ जन्मदिन पूर्व गृह मंत्री श्री कैलाश चावला के मुख्य आतिथ्य, प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री ब्रजेश जोशी के विशेष आतिथ्य में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि द्वय माँ शारदा के चित्र पर माल्यार्पण द्वारा हुआ। सरस्वती वंदना श्री बंशीलाल टांक द्वारा प्रस्तुत की गई।
                                    श्री रामकृष्ण नवाल का सम्मान सर्वशिक्षक संघ जिला मंदसौर, म.प्र. शिक्षक संघ जिला शाखा मंदसौर, प्रेस क्लब जिला मंदसौर, ब्राह्मण समाज मंदसौर, सांवरिया मित्र मंडल मंदसौर, लक्ष्मी नगर संगठन, वैश्य समाज, पोरवाल समाज, उत्कृष्ट विद्यालय मंदसौर, महारानी लक्ष्मीबाई  स्कूल मंदसौर, लोक पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल नं. 2 मंदसौर, दशपुर जागृति संगठन मंदसौर, साहित्य भारती मंदसौर द्वारा शाल, श्रीफल भेंटकर पूर्ण भारतीय संस्कृति के अनुसार मंत्रोच्चार द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पूर्व गृहमंत्री कैलाश चावला ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नवाल साहब के योगदान को कोई भुला नहीं सकता। आपने सेवानिवृत्ति के बाद शिक्षकों की समस्याओं के लिए जो संघर्ष किया है उससे अनगिनत शिक्षकों को मदद मिली। आपके व्यक्तित्व की जीवटता प्रशंसनीय है। ब्रजेश जोशी ने कहा कि नवाल जी ने यह साबित किया है कि कर्मशील जीवन के लिए उम्र बाधा नहीं होती। एक आदर्श शिक्षक के  शासकीय दायित्व से निवृत्त होने के बाद आपने शिक्षकों की हर समस्या के लिए संघर्ष किया। आप शिक्षकों के चलते फिरते विश्वविद्यालय हैं।
श्री रामकृष्ण नवाल ने कहा कि सेवानिवृत्ति के 30 वर्ष पश्चात आप लोगों ने मुझे याद रखा इसके लिए मैं आप सबका आभारी हूं। कैलाश जी चावला ने मेरे नाम पर समय निकालकर यहां पधारे उन्होंने भी मुझे जो स्नेह दिया है उससे मैं गदगद हूं। जोशी जी ने भी सब काम छोड़ कर यहां पधारे यह मेरे लिए अकल्पनीय था आप सब भी ने आप सब ने भी मेरे लिए समय दिया और अपनी पुरानी यादें ताजा की इसकी मुझे कल्पना ही नहीं थी इसलिए मैं आयोजकों का ह्रदय से आभार मानता हूं और आप सब से अपेक्षा करता हूं कि इसी तरह यह बनाए रखेंगे।
इस अवसर पर सर्वश्री दिलीप सांखला, श्यामसुंदर देशमुख, अजीजुल्लाह खान, सत्येन्द्रसिंह सोम, डॉ. रविन्द्र पाण्डेय ने श्री नवाल सा. के शिक्षा, शिक्षक, आपके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन आशीष बंसल ने किया तथा आभार जयेश नागर ने माना।

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