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आनर किलिंग मामले में चार आरोपितों पर हत्या का केस दर्ज, अब तक नहीं मिले प्रेमी-प्रेमिका के शव

देवेश शर्मा

मुरैना 25 जून ;अभी तक;  मुरैना जिले की  अंबाह तहसील के रतनबसई गांव में प्रेम प्रसंग के चलते हुई प्रेमी युगल शिवानी तोमर व छोटू तोमर की  हुईं हत्या (आनर किलिंग) के मामले में अंबाह पुलिस ने रविवार को केस दर्ज कर लिया। पुलिस जांच के बाद एसआई  की शिकायत पर शिवानी के दादा छोटे सिंह तोमर,पिता राजपाल सिंह तोमर,चाचा पप्पू तोमर और भाई शिवा तोमर पर धारा 302,201, 34भादवि के तहत एफआइआर दर्ज की है। पुलिस जांच में सामने आया है, कि छोटू उर्फ राधेश्याम तोमर की हत्या 3 जून को कर दी गई। इसके तीन दिन बाद यानी 6 जून को शिवानी को गला घोंटकर मारा गया है। दोनों के शव चंबल नदी में फेंके गए हैं, पुलिस शव मिलने की उम्मीद पूरी तरह छोड़ चुकी है।

                      गौरतलब है, कि अंबाह थाना क्षेत्र के रतनबसई गांव की 18 साल की युवती शिवानी पुत्री राजपाल सिंह तोमर का प्रेम प्रसंग पड़ोसी गांव बालूपुरा के 21 साल के राधेश्याम उर्फ छोटू पुत्र लाखन सिंह तोमर के साथ था। यह दोनों एक महीने पहले घर से भागे थे, तब परिवार वाले ढूंढकर ले आए। 3 जून को शिवानी व छोटू को घर से भागते समय शिवानी के स्वजनों ने देख लिया और इसके बाद दोनों को फिर किसी ने नहीं देखा।

                   छोटू के परिजन उसी दिन से छोटू की हत्या की शिकायत अंबाह थाने से लेकर एसपी आफिस तक में कर रहे थे। 17 जून की रात को पुलिस ने शिवानी के पिता राजपाल को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की, तब उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि 3 जून को ही छोटू व शिवानी की हत्या कर शव चंबल नदी के रे-घाट में फेंक दिए।

चार दिन तक पुलिस, एसडीआरएफ की टीम चंबल नदी में शवों की तलाश करती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली।

                         एस डी ओ पी परमार सिंह मेहरा ने बताया कि पुलिस जांच में जब सिद्ध हुआ, कि 3 जून को कथित प्रेमी छोटू एवं 6 जून की रात में शिवानी की हत्या कर दी गई है, तब रविवार की सुबह जांच अधिकारी एसआइ जितेंद्र शर्मा की शिकायत पर अंबाह थाने में छोटू की हत्या के मामले में कथित प्रेमीका शिवानी के दादा छोटे सिंह उर्फ छुटई सिंह पुत्र सौप्रसाद तोमर, पिता राजपाल पुत्र छुटई सिंह तोमर, चाचा पप्पू सिंह तोमर एवं भाई शिवा सिंह तोमर के खिलाफ धारा 302, 201 एवं 34 भादवि के तहत केस दर्ज किया गया है।इसी एफआइआर में जांच के बाद शिवानी की हत्या का भी मुकदमा दर्ज होगा। इस मामले मे आरोपितों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। इन्होंने कहा काफी प्रयास के बाद पुलिस प्रेमी युगल के शवों को चम्बल नदी से खोजने में नाकाम रही है। उन्होने बताया कि उनके पास प्रेमी युगल के शव चम्बल नदी में फेंकने के प्रतिक्षदर्शी गवाह हैं, इसकेअलावा भी उनके पास  आरोपी गणों के खिलाफ घटित अपराध में चार्ज सीट पेश करने  बाबत  अन्य पर्याप्त सबूत व गवाह संकलित किये हैं।

                          थाना प्रभारी विनय यादव ने बताया कि पुलिस छानबीन में सामने आया है, कि 3 जून को छाेटू तोमर की हत्या के बाद शिवानी को उसका मामा प्रेमपाल सिंह सिकरवार अपने गांव राजस्थान के खेरागढ़-डूंगरवास ले गया था।इस बात की पुष्टि प्रेमपाल के फोन की काल रिकार्डिंग, मोबाइल लोकेशन के अलावा उसके दो भाई उदय सिंह व अनूप सिंह सिकरवार के बयानों में भी हुई है। जांच रिपोर्ट के अनुसार शिवानी को यहां से राजस्थान के पाली में उसकी बुआ मंजेश के पास भेजने का प्लान था, लेकिन राजपाल सिंह 6 जून की शाम शिवानी को खेरागढ़ लेने पहुंच गया और साले के बेटे प्रदीप उर्फ कुल्फी सिंह सिकरवार के साथ मोटरसाइकल से शिवानी को अपने गांव समीप लेकर आ गया। जांच रिपोर्ट अनुसार रास्ते में राजपाल ने 6 जून की रात 11 बजे कुथियाना चंबल नदी के घाट पर शिवानी की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को चंबल नदी में फेंक दिया। कुल्फी ने अपने बयान में यह बात भी पुलिस को बताई। इसके बाद शिवानी के पिता राजपाल सिंह तोमर ने भी पुलिस को बताया, कि छोटू की मौत का पता शिवानी को चल गया था। इसके बाद वह लगातार धमकी दे रही थी, कि अब वह छोटू के छोटे भाई आकाश से शादी करेगी और तुम सबका भांड़ाफोड़ कर जेल भिजवाऊंगी। राजपाल सिंह ने बताया, कि शिवानी द्वारा पुलिस को सबकुछ बताने का डर था, इसलिए उसे मारकर चंबल में फेंक दिया।

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