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अस्पताल में आग भड़कने से मची अफरा-तफरी, मरीजों को दूसरी अस्पताल में किया शिफ्ट

मोहम्मद सईद

शहडोल, 25 अप्रैल अभीतक। पाली रोड में स्थित श्रीराम हॉस्पिटल में मंगलवार दोपहर अचानक आग लग गई। देखते ही देखते अस्पताल परिसर में धुआं नजर आने लगा। अस्पताल से उठ रहे धुआं को देख पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी और कोहराम मच गया। किसी को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था।  परिजन अपने मरीजों को लेकर बाहर भागने लगे। कुछ मरीजों को तो अस्पताल के पैरामडिकल स्टॉफ और आसपास के नागरिकों की मदद से कुर्सी में बैठा कर और चादर में लेटा कर परिजन बाहर की ओर भागते नजर आए। सूचना के बाद पहुंचे दो दमकल ने लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आगजनी के बीच अस्पताल में भर्ती 32 मरीजों को बाहर निकाल कर दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। यह आग अस्पताल परिसर के पिछले हिस्से में स्थित जनरेटर कक्ष में भड़की थी। घटना के कारणों का अभी पता नहीं लग सका है।

देवदूत बनकर पहुंचे एसपी

इस पूरे घटनाक्रम में एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है, कि शहडोल के पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक देवदूत बनकर वहां पहुंचे और उन्होंने ही सबसे पहले मोर्चा संभाला। पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के प्रयासों का ही परिणाम था, कि आनन-फानन में भारी पुलिस बल ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला और दमकल की टीम भी तत्काल मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गई। सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश चंद्र सागर, कमिश्नर राजीव शर्मा और कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य भी मौके पर पहुंची और उन्होंने स्थिति का जायजा लिया।

बच गई जनहानि

पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने बताया कि वे जिला न्यायालय से लौट रहे थे और जब वे लगभग 2:45 बजे श्रीराम अस्पताल के सामने से गुजर रहे थे तो उन्होंने देखा कि श्रीराम अस्पताल से धुआं उठ रहा है और आग लगी हुई है। इसके बाद पुलिस अधीक्षक अस्पताल पहुंचे और उन्होंने पुलिस के मातहत अधिकारियों, कर्मचारियों और दमकल विभाग को सूचना दी। कुछ ही देर बाद नगर पालिका के दो दमकल वाहन मौके पर पहुंच गए। यातायात पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया और उन्होंने यातायात व्यवस्था को दुरुस्त कर दमकल वाहनों को अस्पताल तक पहुंचने के लिए मार्ग को सुगम किया। पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि यह आग अस्पताल परिसर में स्थित जनरेटर कक्ष से शुरू हुई थी, लेकिन अस्पताल के अन्य हिस्सों में फैलने से पहले ही लगभग पौन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। इस आगजनी में किसी भी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई।

32 मरीजों को किया शिफ्ट

पुलिस अधीक्षक श्री कुमार प्रतीक ने बताया कि अस्पताल में भर्ती 32 मरीजों को सकुशल बाहर निकालकर उन्हें शासकीय जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और अन्य निजी अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और यदि लापरवाही सामने आई तो विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

युवाओं की टीम का प्रयास सराहनीय

श्रीराम अस्पताल में जैसे ही धुआं उठा और आग की लपटें नजर आने लगी तो इसकी जानकारी सोहागपुर के युवाओं को भी लग गई। आगजनी की सूचना मिलते ही पूर्व पार्षद और समाजसेवी सुफियान खान के नेतृत्व में अनेकों युवा अस्पताल पहुंच गए और युवाओं की इस टीम ने मरीजों को बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही आग बुझाने में भी सहभागिता निभाई।

बंद था जनरेटर

श्री राम हॉस्पिटल के के संचालक विजय दुबे से जब इस संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में लगा जनरेटर दोपहर में बंद था। उन्होंने बताया कि आग जनरेटर में ही लगी है, इसलिए अभी यह समझ में नहीं आ रहा है कि यह आग कैसे लगी। उनका कहना है कि हॉस्पिटल में आग से बचाव के लिए फायर इक्विपमेंट और पाइप लाइन मौजूद होने के कारण आग बुझाने का प्रयास तत्काल शुरू कर दिया गया था।

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