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धान का आफलाइन स्टाक? मिलर्स पर 25 हजार का जुर्माना, कलेक्टर की बड़ी कार्यवाही

आनंद ताम्रकार

बालाघाट 19 मार्च ;अभी तक;  बालाघाट जिले में वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर क्रय की गई धान से कस्टम मिलिंग करने हेतु अनुबंधित राईस मिलर्स के यहां ऑफलाइन धान पाये जाने पर कलेक्टर डाक्टर श्री गिरीश मिश्रा द्वारा 25-25 हजार रुपये का अर्थदंड का आरोपित किया गया है।

यह उल्लेखनीय है की खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में जबलपुर संभाग के अंतर्गत जिलों में उपार्जित की गई धान एवं मिलर्स को प्रदाय धान का भौतिक सत्यापन तथा मिंलिग पश्चात प्राप्त सीएमआर का भौतिक सत्यापन और गुणवत्ता की जांच हेतु दलों का गठन किया गया था जिले में श्री एल के जोशी जिला प्रबंधक देवास के द्वारा संयुक्त निरीक्षण के दौरान जिले में 34 राईस मिलों का निरीक्षण किया गया जिनमें से 5 मिलर्स के पास उपलब्ध धान ऑनलाइन नहीं पाया गया।

शासन के निर्देशानुसार उर्पाजन केन्द्रों से ऑफलाइन धान का उठाव पूर्णतः प्रतिबंधित है लेकिन मेसर्स संचेती राइस मिल वारासिवनी में 4328 बोरे,संचेती राइस उद्योग वारासिवनी में 5410 बोरे,संचेती सारटेक्स वारासिवनी 2164 बोरे, तोलानी राइस मिल वारासिवनी 4330 बोरे तथा सिद्धिविनायक राइस खमरिया 6492 बोरे ऑफलाइन धान भौतिक सत्यापन में पाया गया।

उक्त धान के सबंध में संबंधित राईस मिलर्स को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया था जिसके तारतम्य में मिलर्स द्वारा यह अवगत कराया गया था की तकनीकी समस्या होने के कारण समय पर धान आनलाइन नही हो सका तकनीकी समस्या के समाधान उपरांत अगले दिवस धान आनलाइन कर दिया गया था। मिलर्स द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण संतोषप्रद नहीं पाये जाने पर शासन की धान उपार्जन नीति खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन है।

यह उल्लेखनीय है की जिले के समस्त अनुबंधित कस्टम मिलर्स को स्पष्ट रूप से धान उपार्जन केन्द्रों से धान उठाव हेतु बिंदुवार निर्देश दिये गये थे जिसमें बिन्दू क्रमांक 3 के अनुसार किसी भी स्थिति में ऑफलाइन धान उठाव ना किये जाने हेतु निर्देश दिये गये थे। मिलर्स द्वारा समाधान कारक जवाब नहीं दिये जाने के कारण प्रत्येक मिलर्स पर 25-25 हजार रुपये का अर्थदंड किया गया।

यह मामला प्रकाश में आने के बाद जिले के समस्त अनुबंधित राईस मिलर्स द्वारा किये गये धान के उठाव का भौतिक सत्यापन धान की मिलिंग  उपरांत सीएमआर का भौतिक सत्यापन एवं उसकी गुणवत्ता की जांच इसी कार्यवाही की अनुरूप की जाये तो बहुत बडी अनियमितता उजागर होने की संभावना है।

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