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श्री प्रेम प्रकाश आश्रम में सावन मास के अन्तिम सोमवार को भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव का किया गया अभिषेक
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २९ अगस्त ;अभी तक; पवित्र पावन सावन मास के आठवें व अन्तिम सोमवार को सिन्धी समाज के श्रृद्धालु संगत ने प्रातः 6 बजे अमृत वेला में श्री प्रेम प्रकाश आश्रम में सिन्धी समाज कि श्रृद्धालु संगत ने अष्टमुखी भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव की अष्टधातु की प्रतिमा का विधी विधान एवं धार्मिक भावनाओं से मालवा अंचल के विद्वान पण्डित श्री उमेश जोशी (शास्त्री) के आचार्य में पूजा अर्चना कर अभिषेक सम्पन्न किया।
सावन मास के अन्तिम सोमवार के अभिषेक अनुष्ठान के लाभार्थी ज-जमान परिवार सपना -डाॅ सुरेश पमनानी एवं भावना -हरिश संगतानी ने रुद्र अभिषेक कि विधि संपन्न करवाई। श्रीमती पुष्पा पमनानी,
रेखा- हरीश उतवानी, नरेंद्र संतानी, शोभा-प्रकाश हीरानी द्विया-नारायण शिवानी ,देवी-मोहन दास फतनानी,हरि मनवानी, हीना बालानी,आशा मोटवानी , कविता पमनानी, आदि ने सहभागिता कर भगवान पशुपतिनाथ की आरती सम्पन्न करवाई।
इस आशय की जानकारी सेवा मण्डली के अध्यक्ष पुरूषोत्तम शिवानी ने देते हुए बताया कि श्रृद्धालु शिव भक्तो ने उत्साह के साथ ॐनमःशिवाय व हर- हर महादेव के स -कीर्तिन के उद्घधोष के साथ पंच अमृत महारूद्र अभिषेक सम्पन्न किया।
अभिषेक के उपरांत भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव की प्रतिमा का अति सुन्दर , मनमोहक सोलह श्रृंगार के साथ मनोरथ किया गया।
सैकड़ों स्त्री-पुरूष शिव भक्तों ने महादेव को अत्यन्त ही प्रिय बिल पत्र व आकड़े के फूलों के साथ जल एवं दूध अर्पित कर मंगल कामनाएं की।
संगत ने ‘‘ऊँ नमः शिवाय’’ के स-किर्तन से टेऊँरामजी महाराज की दरबार साहिब का वातावरण को सकारात्मक व भक्ति भाव से डूबा दिया।
अन्त में भगवान श्री भोलेनाथ, श्री लक्ष्मीनारायण, आचार्य सतगुरू स्वामी टेऊँरामजी महाराज, सर्वानन्दजी महाराज, शांतिप्रकाशजी महाराज एवं हरिदासरामजी महाराज की आरती कर व अंचल में पर्याप्त वर्षा, सुख, समृद्धि एवं शान्ति का पल्लव अरदास कर प्रसाद वितरण किया गया।
इस पावन अवसर पर अमृत वेला में पधारने वाले श्रद्धालु शिव भक्तों का आभार प्रदर्शन श्रीमती सपना-डाॅ सुरेश पमनानी एवं भावन-हरीश संगतानी प्रकट किया।
इस पावन अवतार पंडित श्री उमेश जोशी शास्त्री ने कहा कि पुरुषोत्तम मास श्रावण मास में अब अगले 20 वर्ष बाद आएगा आज सोमवार सावन मास व प्रदोष का संयोग भी दुर्लभता से प्राप्त होता है।
आपने श्री प्रेम प्रकाश आश्रम में सनातन धर्म के प्रति श्रृद्धालु संगत कि श्रृद्धा व गादिनशिन सतगुरु स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज कि आज्ञा व आशीर्वाद से पूजा अर्चना कि प्रशंसा करते हुए संगत को आशिर्वाद प्रदान किया।