आचार्य श्री विजयराजी म.सा. के 65वें जन्मदिवस व संत पारसमुनिजी व श्री प्रेममुनिजी म.सा. के 58वें दिक्षा दिवस पर गुणानुवाद सभा का आयोजन

महावीर अग्रवाल 


मन्दसौर १८ अक्टूबर ;अभी तक;  बुधवार को शास्त्री कॉलोनी स्थित नवकार भवन में आचार्य प्रवर 1008 श्री विजयराजजी म.सा. के 65वें जन्मदिवस व साधु श्रेष्ठ श्री पारसमुनिजी म.सा. एवं मुनिश्रेष्ठ श्री प्रेममुनिजी म.सा. के 58वां दिक्षा जयंति दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नवकार भवन में  प.पू. जैन संत श्री पारसमुनिजी म.सा. एवं श्री अभिनंदनमुनिजी, श्री अभिनवमुनिजी, श्री दिव्यममुनिजी म.सा. की पावन प्रेरणा व निश्रा में गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। गुणानुवाद सभा के उपरांत श्री साधुमार्गी शांत क्रांति जैन श्रावक संघ के द्वारा संतों की उत्कृष्ट संयम जीवन यात्रा व दीर्घायु जीवन की कामना को लेकर सामूहिक एकासने का आयोजन किया गया। लगभग 250 से अधिक श्रावक श्राविकाओं ने एक ही स्थान पर बैठकर 24 घण्टे में एक बार आहार ग्रहण करते हुए एकासने करने का धर्मलाभ लिया।
                                   इस अवसर पर पधारे सभी श्रावक श्राविकाओं को श्री सुरेन्द्र कुमार भण्डारी (राजकुमार इलेक्ट्रीकल्स) परिवार व श्रीसंघ की ओर से प्रभावना वितरित की गई। उसके पूर्व नवकार भवन में संतश्री अभिनवमुनिजी ने तीर्थंकर चालीसा व विजयगुरू चालिसा का भी पाठ धर्मालुजनों को कराया। पाठ व गुणानुवाद सभा श्रवण करते हुए लगभग 250 से अधिक श्रावक श्राविकाओं ने 5-5 सामायिक भी की।
                            श्री संघ अध्यक्ष विमल पामेचा ने गुणानुवाद सभा में कहा कि आज हमें पारसमुनिजी के सानिध्य में आचार्य श्री विजयराजजी का 65वां जन्मदिवस मनाने का शुभ अवसर मिला है। श्रीसंघ की विनती पर श्री पारसमुनिजी मंदसौर में चातुर्मास कर रहे है। यह श्रीसंघ का सौभाग्य है। आज पारसमुनिजी का 58वां दीक्षा दिवस है, संयम जीवन के 58 वर्ष पूर्ण कर मै। श्रीसंघ के अध्यक्ष होने के नाते मंदसौर नगरवासियों की ओर से उनके तप व त्यागमय जीवन की अनुमोदना करता हूॅ तथा चातुर्मास के आयोजन में यदि केाई त्रुटी हुई है तो क्षमायाचना करता हूॅ।
श्री साधुमार्गी शांतक्रांति जैन श्रावक संघ के राष्ट्रीय महामंत्री विरेन्द्र जैन सीए ने कहा कि संत श्री पारसमुनिजी ने चातुर्मास में धर्म की जो गंगा पवाहित की है उसमें डूबकी लगाने का सभी को अवसर मिला है। चातुर्मास की जो शेष अवधि है उस अवधि में हम सभी उनके दिव्य प्रवचन श्रवण करने का धर्मलाभ लेते रहे।
श्री साधुमार्गी शांतक्रांति जैन महिला मण्डल की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती अंजना हस्तीमल कोचट्टा ने आचार्यश्री विजयराजजी म.सा. व श्री पारसमुनिजी म.सा. के गुणों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष गजराज जैन, लोकेन्द्र जैन गोटावाला, शिखर कासमा, अनिल डंूगरवाल एडवोकेट, महिला संघ की मधु चौरड़िया, मधु कासमा, किरण जैन, प्रीति पामेचा, रेखा रातड़िया, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अशोक उकावत, विजय खटोड़, अनिल नाहर  ने भी अपने विचार रखे। संचालन अनिल डूंगरवाल एड. ने किया व आभार शिखर कासमा ने माना।
50 श्रावक श्राविकाओं ने रतलाम पहुंचकर आचार्यश्री के दर्शन किये- मंगलवार को आचार्य श्री विजयराजजी म.सा. के जन्मदिवस पर मंदसौर के 50 श्रावक श्राविकाओं ने रतलाम स्थित नवकार भवन पहुंचकर आचार्यश्री के दर्शन, वंदन व प्रवचन का लाभ लिया व आचार्यश्री को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी। इसमें कांतिलाल राड़िया, सुरेन्द्र भण्डारी, शिखरचंद रातड़िया, प्रकाश रातड़िया, सागरमल जैन गरोठवाला, बाबूलाल जैन नगरीवाला, राजेन्द्र पामेचा, गजराज जैन, सीए वीरेन्द्र जैन, अंजना कोचट्टा, किरण जैन, लोकेन्द्र जैन गोटावाला, अजीत जैन थम्बावाला भी शामिल थे।