शिवना का जल शुद्ध नहीं हुआ तो महाशिवरात्रि पर शिवना में स्नान करने वाले श्रद्धालु बीमार होंगे
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ५ मार्च ;अभी तक; नगर को स्वच्छ बनाने हेतु कृत संकल्पित गायत्री परिवार एवं वर्क संस्था द्वारा दो सप्ताह तक शिवना शुद्धिकरण अभियान चलाकर शिवना नदी के घाटों की सफाई की तथा शिवना में जमे प्लास्टिक, कपड़े व गंदगी को बाहर निकाला। महाशिवरात्रि पर्व पर काफी संख्या में बाहर से श्रद्धालुजन भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिये आते है एवं शिवना नदी में स्नान भी करते है लेकिन शिवना का पानी दूषित हो चुका है जिससे उन्हें बीमारियां होगी। हमारा उद्देश्य है कि हर नागरिक स्वच्छता के प्रति सजग बने ताकि उनके गली मोहल्ले एवं धार्मिक स्थल स्वच्छ हो। खिलचीपुरा की ओर से नाले का पानी शिवना नदी में मिलता है जिसे रोका जाना भी आवश्यक है।
स्वच्छता प्रभारी हर्ष शर्मा ने कहा कि दो सप्ताह से शिवना शुद्धिकरण अभियान चलाया गया। आने वाले समय में जनसहयोग से मॉ शिवना के जल को शुद्ध किया जायेगा। श्रमदानी को बहुत दुख होता है की जो कार्य शासन-प्रशासन व नगरपालिका को करना चाहिए वह कार्य धार्मिक संस्था कर रही है। मॉ शिवना की हालात खराब हो गई है। पानी काला होता जा रहा है। न तो वहां होर्डिंग का कार्य किया जा रहा है। मंदिर प्रबंध समिति भी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। अगर ऐसे ही हालात रहे तो आने वाले समय में जन आंदोलन खड़ा होगा। शिवना शुद्धिकरण के लिये कई बार लिखित व मौखिक में आग्रह किया गया लेकिन उस पर अमल करना तो दूर लेकिन देखने तक कोई नहीं आया।
वर्क संस्था के फिरोज हुसैन ने कहा कि गायत्री परिवार से जुड़कर श्रमदानी इस अभियान को आगे बढ़ा रहे है। जो मानव के लिये जरूरी है। जल, पर्यावरण, स्वच्छता तीनों अभियान जो आज की आवश्यकता है। नगर की सभी सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं को भी इस स्वच्छता अभियान में आगे आना चाहिये। जनप्रतिनिधि भी राजनीति न करे बल्कि धरातल पर कार्य करे।
रमेश सोनी ने इस अवसर पर कहा कि शिवना का गंदा होने का कारण नालों का मिलना है। शासन प्रशासन नालों को रोकने का कार्य करे। मंदिर में आने वाले दर्शनार्थी शिवना में स्नान करते है।
इस अवसर पर श्रमदानी पतंजलि योग गुरू बंशीलाल टांक, योगेशसिंह सोम, रमेश सोनी, हर्ष शर्मा, फिरोज हुसैन, जाफर मंसूरी, उजेर मंसूरी नपा कर्मचारी दिनेश गोसर, राकेश बामनिया, समरथ डगले, ईश्वर चनाल ने स्वच्छता अभियान में भाग लिया।