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सिंगरौली मे हर्षोल्लास से मनायी गयी गुरु नानक जी की 555 वीं जयंती, गुरुद्वारो मे पूरे दिन रहा सेवा व भक्ति का संगम
एस पी वर्मा
सिंगरौली १५ नवंबर ;अभी तक ; कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरुनानक जयंती मनाई जाती है. इस बार गुरुनानक जयंती 15 नवंबर यानी शुक्रवार को मनाया गया । हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरु नानक जयंती मनाई जाती है. इस दिन आयोजित होने वाली सभाओं में गुरु नानक देव के द्वारा दी गई शिक्षाओं के बारे में बताया जाता है और गुरु ग्रंथ साहिब पाठ किया जाता है. गुरुद्वारों में आज के पूरे दिन सेवा और भक्ति का संगम चलता रहा ।
गुरु नानक जयंती सिख धर्म के लोगों के लिए बहुत ही लोकप्रिय पर्व है, जिसे हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है ।गुरु नानक साहब सिखों के पहले गुरु है | इस वर्ष नानक देव जी की 555वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी |
गुरु नानक जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में भी मनाया जाता है | इस दिन लोग गुरुद्वारे जाकर मत्था टेकते हैं और गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ करते हैं | साथ ही इस खास दिन पर गुरुद्वारे में भजन और कीर्तन का विशेष आयोजन भी किया जाता है | सेवादारो द्वारा सगतो को लंगर परोसा जाता है |
*गुरु नानक जयंती पर प्रकाश पर्व का महत्व*
गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 को पंजाब के तलवंडी में कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था | यह स्थान अब पाकिस्तान में है| इस जगह को ननकाना साहिब भी कहा जाता है | इनके पिता का नाम कल्याण चंद और माता का नाम तृप्ता था | 16 साल की नानक जी ने दौलत खान लोदी के अधीन काम करना शुरू किया | इसके बाद 24 सितंबर 1487 को इनका विवाह माता सुलक्कनी के साथ हुआ | नानक सिख धर्म के संस्थापक थे. गुरु नानक जी द्वारा 974 भजनों का योगदान दिया गया है | सिख धर्म के लोग अपने गुरु की जयंती कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाते हैं |
गुरु नानक जी ने अपना पूरा जीवन समाज सुधार के कार्यों में समर्पित कर दिया | इन्होंने जात-पात और ऊंच-नीच के भेदभाव को दूर करने के लिए खास कदम उठाए और लोगों को इंसानियत व ईमानदारी की एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया | इसके लिए इन्होंने कई उपदेश दिए. नानक साहब द्वारा समाज सुधार के लिए ज्ञान का प्रकाश फैलाया गया है | यही कारण है कि इनकी जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में भी मनाया जाता है |
*बैढन मे मनाया गया केंद्रीय रूप से प्रकाश पर्व*
श्री गुरुनानक देव जी महाराज का 555वां प्रकाशपर्व केंद्रीय रूप से श्री गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा बैढन में श्रद्धापूर्वक एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गुरुद्वारा में विशेष रूप से साज सज्जा की गई। कार्यक्रम स्थल गुरुद्वारा को सजाया गया जहा सभी जगह से संगत एकत्रित हुई |
श्री गुरुनानक देव जी अपने चार साथी मरदाना, लहना, बाला और रामदास के साथ तीर्थयात्रा पर निकल पड़े थे। ये चारों ओर घूमकर उपदेश देने लगे। 1521 तक इन्होंने तीन यात्राचक्र पूरे किए, जिनमें भारत, अफगानिस्तान, फारस और अरब के मुख्य मुख्य स्थानों का भ्रमण किया। इन यात्राओं को पंजाबी में “उदासियाँ” कहा जाता है। श्री नानक जी के अनुसार ईश्वर कहीं बाहर नहीं, बल्कि हमारे अंदर ही है।
श्री गुरु नानक देव जी के 555 प्रकाश पर्व के अवसर पर ऊर्जांचल के समस्त गुरुद्वारे में लगातार कई दिनो तक सुबह संगतों द्वारा प्रभात फेरी प्रातः नगर में निकली जाती रही | जिसके साथ ही 13 तारीख को अखण्ड पाठ साहिब का पाठ प्रारम्भ किया गया था । जिसकी समाप्ति आज सुबह गुरुद्वारा साहिब में कई गयी ।
आज श्री प्रकाश पर्व के दिन प्रात 10:00 बजे से स्थानीय संगत तथा कीर्तन रागी जत्था ने कीर्तन किया । प्रकाश पर्व के अवसर पर टाटानगर से आए रागी जत्था भाई मनप्रीत सिंह जी द्वारा अमृतवानी से कीर्तन किया । धन सतगुरु गुरुनानक देव जी के इतिहास बताया । भाई रागी मनप्रीत सिंह जी द्वारा बहुत सारे किरतन किया गया जिसमे से मिटी धुंध जग चानन होया, कल तारण गुरु नानक आया, कीर्तन भी प्रमुख रूप से किया गया | इसके बाद आनंद साहिब के पाठ की समाप्ति के बाद अरदास फिर गुरु का लंगर की वितरित किया गया । ऊर्जांचल की संगत इस पर्व के उत्साह पूर्वक मनाते हुए सुबह से ही गुरुद्वारे में एकत्रित हो गई । पाठ की समाप्ति 2:30 बजे किया गया | लंगर की सेवा 12 बजे से प्रारम्भ कर दिया गया । कई हजारो स्थानीय लोगों ने लंगर प्रसाद लिया।
बैढन गुरुद्वारा के अलावा जयंत,बीना, रेनुसागर, सिंगरौली, शक्तिनगर सिंगरौली के गुरुद्वारे में भी सुबह कीर्तन दरबार किया गया । बैढन गुरुद्वारा में मुख्य रूप से सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल , एसडीएम सृजन वर्मा, डीपीओ महेन्द्र सिंह गौतम, सीएसपी पी एस परस्ते, ke साथ ही अन्य लोगो को सेवा के लिए गुरुद्वारा कमिटी ने सरोपा भेट कर सम्मान किया । इसके अवाला अन्य गुरुद्वारा समिति के अध्यक्ष ,समिति सदस्य के साथ के साथ समस्त साध संगत ने कीतर्न वाणी सुनकर निहाल हुए ।
*सिंगरौली गुरुद्वारे मे भी शाम को मनाया गया प्रकाश पर्व*
श्री गुरुनानक देव जी महाराज का 555वां प्रकाशपर्व शाम को श्री गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा सिंगरौली में श्रद्धापूर्वक एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गुरुद्वारा में विशेष रूप से साज सज्जा की गई।श्री गुरु नानक देव जी का 555 वा प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारे मे कीर्तन पाठ किया गया जिसके बाद सिंगरौली गुरुद्वारा मे आई संगत को लंगर प्रसाद वितरित किया गया |