दीपक शर्मा
पन्ना १६ अप्रैल ;अभी तक; पवई जनपद पंचायत मे तीस तीस वर्षो से जमे लिपिको की मनमानी लगातार चल रही है, उनके द्वारा बिना रिश्वत के कोई भी कार्य नही किया जाता है। लिपिको की मनमाने कारनामो को लेकर गत दिवस जनपद पंचायत अध्यक्ष सहित अन्य जन प्रतिनिधियो ने भी नाराजगी जताई थी।
इसी मामले को लेकर मध्य प्रदेश आजाद पंचायत सचिव संगठन के संभागीय प्रभारी नूर मोहम्मद में विज्ञप्ती जारी करते हुए बताया कि जनपद पंचायत पवई मे पदस्थ लिपिको की मनमानी से सचिव भारी परेशान है, क्योकि बिना रिश्वत के कोई कार्य नही किया जाता है। जनपद पंचायत मे रमेश बागरी लिपिक तीस वर्ष से जमें हुए है, तथा घनश्याम रैकवार पदस्थापना के समय से ही कार्यालय में ही पदस्थ है। खंण्ड पंचायत अधिकारी वेदनारायण अवस्थी की भूमिका भी संन्देहस्पद है। उन्होने बताया कि मेरी पदस्थापना 04 माह पूर्व पवई जनपद पंचायत अन्तर्गत ग्राम पंचायत मदपुरा मे की गई थी। लेकिन आज दिनांक तक प्रभार नही दिया गया है, वित्तीय प्रभार रोजगार सहायक के पास है। जनपद पंचायत मे पदस्थ बाबूओ द्वारा अभी तक हस्ताक्षर प्रमाणित नही कराये गयें। जबकी पदस्थापना को चार माह से अधिक हो गये है। इस प्रकार से जनपद के बाबूओ की मनमानी चल रही है। उन्होने यह भी आरोप लगाया कि वित्तीय प्रभार देने के लिए दस हाजर की रिश्वत ली जाती है तथा वेतन डालने के लिए सचिवो से एक हजार रूपये रिश्वत ली जाती है न देने पर कई महिनो तक वेतन भी नही डाली जाती है। श्री नूर मोहम्मद ने कहा कि इनके खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाये।