प्रदेश
आचार्य श्री विजयराजजी म.सा. का मन्दसौर में भव्य मंगल प्रवेश संभावित
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २२ मई ;अभी तक; परम श्रद्धेय, प्रज्ञानिधि, विश्ववल्लभ, नानेश पट्टधर, जिनशासन गौरव, शान्तक्रांति संघ नायक, आचार्य भगवन 1008 श्री विजयराजजी म.सा. आदि ठाणा-7 का भव्य मंगलमय प्रवेश मेघदूत नगर से नवकार भवन पर दिनांक 26 मई 2023, शुक्रवार को प्रातः संभावित है। जैसा कि आप सभी को विदित है कि आचार्य भगवन 28 माह बाद विजयनगर एवं बीकानेर का गौरवशाली एवं ऐतिहासिक चातुर्मास पूर्ण कर मन्दसौर नगर में पधार रहे है। मंदसौर संघ बहुत ही भाग्यशाली संघ है एवं असीम पूण्योदय से सतत् संत एवं सतियाजी का आवागमन होता रहता है एवं सहज ही महापुरूषों का पधारना होता है एवं जिनवाणी की बरखा बरसाते है।
आचार्य प्रवर 1008 श्री विजयराजजी म.सा. एवं प्रज्ञानिधि उपाध्याय प्रवर श्री जितेशमुनिजी म.सा. एवं महासतियाजी आदि का वर्ष 2023 का चातुर्मास रतलाम संघ की अत्यन्त-अत्यन्त पुण्यवानी से मिला है। रतलाम शहर के श्रद्धाशील श्रावक एवं श्राविकाएं पलक पावड़े बिछाकर आपश्री के आगमन की इंतजारी कर रहे है। पूज्य गुरूदेव चातुर्मास के पूर्व 11 दिवसीय मौन साधना करते है जो कि मोहनबाग सैलाना रोड़ पर करेंगे एवं मौन साधना दिनांक 26 जून 2023, सोमवार को पूर्ण होगी एवं चर्तुविध संघ को महामांगलिक श्रवण कराना संभावित है। भव्य चार्तुमासिक मंगल प्रवेश 27 जून 2023, मंगलवार प्रातः 8 बजे मोहनबाग से प्रारंभ होकर, जैन स्कूल सागौद रोड़ पर संभावित है।
आचार्य भगवन का विहार चल रहा है मार्ग में छोटे-छोटे गांवों को फरसते एवं पावन करते हुए एवं सभी की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अमर नगरी, पिपलियामंडी में भव्य मंगल प्रवेश 24 मई बुधवार को प्रातः 7.30 बजे के लगभग खात्याखेड़ी वाले रोड़ से रेल्वे स्टेशन, गांधी चौराहा, होते हुए जैन दिवाकर भवन (पुरानी गाड़ी अड्डा) पर होगा। तत्पश्चात् प्रवचन 9.15 से दिवाकर भवन पिपलियामंडी पर संभावित है। महामांगलिक दोप. 3.30 बजे जैन दिवाकर भवन (पुरानी गाड़ी अड्डा) पिपलियामंडी पर होगी। 25 मई गुरूवार को सूर्याेदय पश्चात् पिपलियामंडी से मंदसौर की ओर विहार होगा।
सभी श्रावक श्राविकाए से विनम्र निवेदन है कि, अपनी सुविधानुसार विहार सेवा, प्रवचन एवं दर्शन वंदन का लाभ लेने की कृपा करे।
उपरोक्त जानकारी राष्ट्रीय महामंत्री सीए विरेन्द्र जैन ने दी।
उपरोक्त जानकारी राष्ट्रीय महामंत्री सीए विरेन्द्र जैन ने दी।