आशुतोष पुरोहित
खरगोन 30 जुलाई ;अभी तक; संत शिरोमणि गुरुदेव श्री रविदास जी की समरसता यात्रा के दूसरे दिन मंडलेश्वर में जनसंवाद के बाद 25 गांवों से समरसता का संदेश देते हुए गुजरी। यहां के गाँवों में गुरुदेव के प्रति अगाध श्रद्धा देखने को मिली। गांवों में नागरिकों ने न सिर्फ मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी व जल अर्पित किया बल्कि मेहमान नवाजी भी जोरदार रही। गांवों में यात्रा पहुँचते ही चरण पादुकाओं के दर्शन कर चाय पानी और प्रसादी का प्रबंध किया गया था। कई गांवों में कलश यात्राएं निकाल कर गांव के बाहर ही स्वागत कर गुरु रविदास के दोहों को गाते गुनगुनाते यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। बड़वाह नगर में करीब 25 स्थानों पर यात्रा का अद्भुत रूप से स्वागत किया गया। जबकि सनावद नगर में महिलाओं ने रंगोली के माध्यम से समरसता का संदेश देती रंगोलियां बनाई गई। जिसमें गुरु रविदास के चित्र दिखाए गए। बड़वाह व भीकनगांव के करीब 25 गांवो से यात्रा निकली।
सोमवार को समरसता यात्रा भीकनगांव बमनाला से मोहमदपुर होकर प्रेम नगर से खरगोन में होगा प्रवेश
सोमवार को समरसता यात्रा भीकनगांव से रवाना होकर कोदला बेड़ी, सांईखेड़ी, सुर्वा, बमनाला, ललनी, टेमरना, बेहरामपुर, बिलाली, घूघरिया खेड़ी, सिबार, मोहम्मदपुर, गोगांवा शाहपुरा से प्रेम नगर होकर खरगोन नगर में दोपहर 1 बजे प्रवेश करेगी। यहाँ बिस्टान नाका स्थित कृषि उपज मंडी में जनसंवाद के बाद बिस्टान की ओर प्रस्थान करेगी।
बड़वाह नगर में भजन हुए
बड़वाह नगर में प्रवेश के बाद नगर पालिका के सामने संस्कृति विभाग की टोली ने गुरु रविदास के दोहों पर आधारित भजन प्रस्तुत किये। साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्रों को सम्मानित किया गया। समरसता का संदेश देने के लिए स्कूलों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएं करवाई गई थी। समाचार लिखें जाने तक यात्रा भीकनगांव प्रवेश कर चुकी थी। यहां जनसंवाद और रात्रि विश्राम होगा।