ना मुख्यमंत्री आवास में रहेंगे, न परिवार को राजधानी लायेंगे

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव श्यामला हिल्स स्थित मुख्यमंत्री निवास में रहने नहीं जा रहे हैं और ना ही अपने परिवार को उज्जैन से राजधानी में शिफ्ट करेंगे ।मुख्यमंत्री के निकटस्थ सूत्रों ने बताया है कि यादव अपने वर्तमान आवास विंध्य कोठी को ही अपना स्थाई ठिकाना बनाये रखेंगे।
बीते एक महीने के कार्यकाल में अपनी विशिष्ट कार्यशैली से केवल मध्य प्रदेश को ही नहीं बल्कि देश की सियासत को चौंकाने वाले निर्णय दे रहे मोहन यादव इस तरह से एक और अनूठी मिसाल पेश करेंगे, वे अपने उच्च शिक्षा मंत्री के समय आवंटित आवास को ही स्थाई मुख्यमंत्री निवास बनाए रखेंगे , श्यामला हिल्स स्थित आधिकारिक मुख्यमंत्री निवास में जाने का उनका आगे भी कोई इरादा नहीं है।
मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में 13 दिसंबर को शपथ लेने के बाद से डॉ यादव के मुख्यमंत्री निवास में शिफ्ट होने की चर्चाए जोरों पर थी ,कि वे खर मास के बाद मकर संक्रांति 15 जनवरी पर विधिवत रूप से इस आवास में पहुंचेंगे ,बाद में यह कहा गया कि वे अयोध्या मे रामलला के प्राण प्रतिष्ठित होने के उपरांत अपने नए घर में रहने जाएंगे।

रियासत के समय का हैं ये आवास

भोपाल रियासत के वक्त से ही श्यामला हिल्स स्थित यह भवन राजधानी का प्रमुख केंद्र बिंदु रहा है, और मध्य प्रदेश के गठन के बाद से ये आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री निवास के रूप में जाना जाता है, लेकिन डॉ. गोविंद नारायण सिंह, डीपी मिश्रा और प्रकाश चंद सेठी ने इसे मुख्यमंत्री आवास के रूप में कभी स्वीकार नहीं किया और ये सभी मुख्यमंत्रीगण अपना कार्यालय और निवास अन्यत्र ही बनाएं रखें । ठीक उसी तरह मोहन यादव ने भी आधिकारिक मुख्यमंत्री निवास में जाना उचित नहीं समझा हैं और अपने वर्तमान आवास को ही मुख्यमंत्री आवास के रूप में चयनित कर लिया है।

श्याम भैया को अतिप्रिय था

जानकारों की माने तो के पूर्व मुख्यमंत्री रहे पंडित श्यामाचरण शुक्ला को यह भवन अतिप्रिय था, और उन्होंने यहां की सुंदरता और वास्तु को लेकर अत्यधिक काम भी किया।भारत भवन के निर्माण के वक्त इसके परिसर का विस्तार तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने करवाया था और वे इसमें लंबे अर्से तक रहे भी।

प्रकाश चंद्र सेठी ने भी दूरी रखी

उज्जैन की आन बान और शान कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्व .प्रकाशचंद्र सेठी ने भी सिविल लाइंस स्थित अपने आवास (वर्तमान में नया सर्किट हाउस)को ही मुख्यमंत्री निवास बनाया था ,उन्हें श्यामला हिल्स कभी भाया ही नहीं, वे अपने मुख्यमंत्रित्व काल में कभी श्यामला हिल्स स्थित आवास में नहीं गए।
कांग्रेस के सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाने वाले एक अन्य मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जब इस आवास में रहने गए तो उन्होंने इसमें सर्वाधिक साज सज्जा और विस्तार कराया ,खासकर उनकी पत्नी स्वर्गीय आशा सिंह ने इस बंगले की खूबसूरती को निखारने मे अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
यह भी महज संयोग था कि कमलनाथ भी मुख्यमंत्री के तौर पर श्यामला हिल्स स्थित आवास में 18 महीने में पूरी तरह से शिफ्ट नहीं हो पाए और उनकी सरकार चली गई ।

शिवराज ने भारी मन से खाली किया
हाल ही में निवृत्तमान हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी इस बंगले से काफी लगाव रहा।उन्होंने इसमें अब तक का सर्वाधिक विस्तार और निर्माण कार्य वो भी वास्तु की दृष्टि से करवाये। लगभग साढे 16 साल तक वे इसमें जमे रहे और हाल ही में बड़े भारी मन से इस आवास को छोड़कर अपने 74 बंगले स्थित निवास मामा का घर में शिफ्ट हुए हैं।