प्रदेश
उद्यानिकी महाविद्यालय में 10 दिवसीय जैव/अपशिष्ट प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ४ जून ;अभी तक; भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली एवं राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर के निर्देशानुसार उद्यानिकी महाविद्यालय, मंदसौर में मिशन लाईफ के तहत् 10 दिवसीय मूल्य संवर्धित प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम के अंतर्गत जैव/ अपशिष्ट प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न हुआ उक्त कार्यक्रम में बी.एस.सी. चतुर्थ वर्ष (ई.एल.पी.) के 40 छात्रों ने सहभागिता दर्ज की।
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि/उद्यानिकी के अवशेषों का समुचित प्रबंधन एवं उनके मूल्य संवर्धन पर विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक रूप से छात्रों को प्रशिक्षित करना है ताकि बदलते कृषि/उद्यानिकी परिवेश से छात्र रूबरू हो सके।
उक्त कार्यक्रम की रूपरेखा डॉ. आर.पी. पटेल (कार्यक्रम समन्वयक), डॉ. आर.एन. कानपुरे एवं डॉ. राजीव दुबे (कार्यक्रम संयोजक) द्वारा तैयार की गई। कार्यक्रम में 20 उद्यानिकी विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न शीर्षकों पर व्याख्यान दिए गए। कार्यक्रम में महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम संरक्षक डॉ. आई.एस. तोमर द्वारा प्रेरणास्वरूप अपने अनुभवों को विद्यार्थियों से साझा करते हुऐ अवशेष प्रबंधन के गुर सिखाए और बदलते कृषि/उद्यानिकी परिवेश में बताया की अवशेष प्रबंधन से कैसे मूल्य संवर्धन कर खेती की उत्पादकता को बढ़ावा और टिकाऊपन को बरकरार रखा जा सकता है।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम समन्वयक द्वारा विद्यार्थियों एवं वैज्ञानिकों को प्रमाण-पत्र वितरित किया गया।