ओंकारेश्वर में व्हीआयपी दर्शन के नाम पर अब नहीं होगी अवैध वसूली
मयंक शर्मा
खंडवा २६ अप्रैल ;अभी तक; जिले के ज्योतिर्लिग नगरी ओंकारेश्वर में गत 22 अप्रेल को सांय 4 से 5 बजे के बीच में बाहर से आये श्रद्धालुओं से मंदिर प्रबंधन के दो कर्मचारियो द्वारा निकासी द्वार परिसर में अभद्रता करने के आरोप मेें दोनो कर्मचारी अंकित योगी, गुरूप्रसाद घाटे को सौपे गये दायित्व से हटाकर ओंकार प्रसादालय में शिफ्ट किया गया है।
मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं एसडीएम चंदरसिंह सोलंकी ने जानकारी देते हुये बताया कि अब श्रद्धालुओं के साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता या अभद्र आचरण या व्हीआयपी दर्शन के नाम अवैध वसूली किसी भी बाहरी व्यक्ति या मंदिर के कर्मचारी द्वारा की जाती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
उन्होने कहा कि इस प्रकार के कृत्य से प्रबंधन और शासन दोनो की छवी धुमिल होती है,जो भी ऐसी गतिविधि करते में पाया जाता है उसे नही छोडा जायेगा। फिलहाल दोनो कर्मचारियों को दर्शन व्यवस्था से हटाकर प्रसादालय में शिफ्ट किया गया है। यदि श्रद्धालुओं के साथ इस प्रकार की घटनाये सामने आती है तो सेवा से पृथक करने की कार्यवाही भी की जायेगी। साथ यदि कोई बाहरी व्यक्ति इस प्रकार का कार्य करता है तो उसके खिलाफ पुलिस कार्यवाही की जायेगी।
ज्ञातव्य है कि में मंदिर ट्रस्ट के लोगों ने कुछ भक्त गणों के साथ मारपीट की थी। मामला दर्शन करने को लेकर था। भक्तों का कहना है कि मंदिर ट्रस्ट भेदभाव की नीति रखता है। एक ही पर्ची को बार-बार भक्तों को दे देता है और कुछ लोगों को जल्दी दर्शन करवा देता है। दूर से आए हुए भक्तों लाइन में देर तक खड़े रहकर इंतजार करना पड़ता है। जब एक भक्त ने इसका विरोध विरोध किया तो मंदिर ट्रस्ट के लोगों ने उसे मंदिर में ही जमकर पीटा।