किसान संघ ने मंडी बोर्ड और को-ऑपरेटिव सेक्टर में चुनाव कराने की मांग की

मयंक शर्मा
खंडवा. २६ अप्रैल ;अभी तक;  कृषि मंडी बोर्ड और को-आपरेटिस सेक्टर में ं सरकार के चयनित प्रतिनिधियों को स्वीकार्य नहीं करेंगे। इसको लेकर किसान संघ के पदाधिकारी लामबंद हो गए। किसान संघ ने मंडी बोर्ड और को-ऑपरेटिव सेक्टर में चुनाव कराने के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी भोपाल को पत्र भेजकर तीन माह के भीतर चुनाव कराने की मांग की है।
निमाड़ संयुक्त कृषक संगठन ने मंगलवार को जिला प्रशासन को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन अपर कलेक्टर केआर बड़ौले को सौंपा है। ज्ञापन देकर किसान नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा चयनित प्रतिनिधि स्वीकार्य नहीं है। किसानों के बीच का प्रतिनिधि चुना जाएगा।;

संयुक्त कृषक संगठन के जिलाध्यक्ष नरेंद्र पटेल, ने दिये ज्ञापन में मांग की कि मंडी में उपज बेचने वाले किसान को ही चुनाव लड़ने का अधिकार दिया जाए। आगे कहा कि चयनित प्रतिनिधि आएंगे तो वे न्याय के लिए न्यायालय दरवाजा खटखटाएंगे।  प्राकृतिक आपदा में क्षतिपूर्ति दिलाए जाने की मांग भी की है।केें पर सर्वेयरों की मनमानी की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। किसानों के लिए ट्रांसफॉर्मर योजना लागू की जाए। गेहूं पर 600 रुपए, प्याज पर बीस रुपए किलो बोनस दिया जाए। को-आपरेटर सेक्टर का भी चुनाव तीन माह के भीतर कराया जाए। इस दौरान  संगठन के  संजय, जितेन्द्र चैधरी, सुरजीत मिनहास, विकास, आशीष बरोले, महेश यादव, रवींद्र पाटीदार, मुकेश नालवीया आदि किसान नेता शामिल रहे।