कृषि उपज मण्डी में फैली अव्यवस्थाएं, असामाजिक तत्वों का भी है जमावड़ा

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर ११ मई ;अभी तक;  कृषि उपज मण्डी मंदसौर में व्याप्त अव्यवस्थाओं व असामाजिक तत्वों के चलते दशपुर मण्डी व्यापारी संघ ने 15 मई से हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। 15 मई से व्यापारी मण्डी में होने वाली नीलामी में भाग नहीं लेंगे। 11 मई को इस संबंध में एक ज्ञापन मण्डी व्यापारियों ने मंडी प्रशासन को दिया।
                               दशपुर मण्डी व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र नाहर ने बताया कि मण्डी में व्याप्त अव्यवस्थाओं को सुधारने को लेकर पूर्व में भी पत्रों के माध्यम से व मीटिंगों में मण्डी प्रशासन से निवेदन किया था लेकिन उसका समाधान आज तक नहीं हुआ। मण्डी प्रशासन की अदूरदर्शिता तथा मैनेजमेंट सही नहीं होने से मण्डी प्रांगण में दिन एवं रात को कृषकों की उपज अनियंत्रित तरीके से मण्डी के अंदर प्रवेश करा दी जाती है जिससे उस उपज के डेर मंडी में कहीं भी लगा दिये जाते है और मण्डी में रास्ते अवरुद्ध हो जाते है। व्यापारी के गोदाम के बाहर भी उपज के ढेर लगा दिये जाते है जिससे व्यापारी को लोडिंग-अनलोडिंग काफी समस्या उत्पन्न होती है। रास्ते में ढेर लगने से किसान तथा व्यापारी को माल इधर उधर ले जाने में काफी परेशानी आती है। कई बार ढेर भी एक दूसरे जिंस में मिल जाते है और विवाद की स्थितियां निर्मित होती है तथा व्यापारी को माल बाहर भेजने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लहसन एवं प्याज में किसानों द्वारा कहीं पर भी ढेर लगा दिये जाते है जिससे ठेलागाड़ी से बेचा हुआ माल का काफी नुकसान का सामना व्यापारी को करना पड़ता है।
                                नाहर ने बताया कि मण्डी में असामाजिक तत्व सक्रिय है जो माल में मिलावट करते है तथा चोरी की घटनाओं को अंजाम भी दे रहे है। सुरक्षा एजेंसी के गार्ड भी निष्क्रिय नजर आते है। यह असामाजिक तत्व नीलामी के समय भी अवैध रूप से हस्तक्षेप करते है जिससे व्यापारियों व कृषकों के बीच विवाद जैसी स्थिति उत्पन्न होती है। मण्डी में बड़ी संख्या में सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था होने के बाद भी मण्डी व्यवस्था में कहीं भी उनकी उपस्थिति नजर नहीं आती है। इस प्रकार की बिगड़ी व्यवस्था में सुरक्षा गार्ड की भूमिका भी संदेह को जन्म देती है जो कि जांच का विषय है। मण्डी प्रशासन की अनदेखी के चलते इस तरह की घटनाओं से व्यापारियों में रोष व्याप्त है। कई बार मण्डी प्रशासन को लिखित व मौखिक रूप से कहने पर भी मण्डी प्रशासन समस्याओं का निदान नहीं कर पा रहा है।
                                        उक्त व्यवस्था एवं असामाजिक तत्वों के संबंध में कई बार मण्डी प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी अव्यवस्था जस की तस बनी हुई है। जिसको लेकर व्यापारियों में काफी रोष व्याप्त है। मंडी प्रशासन की अनदेखी को देखते हुए दशपुर मण्डी व्यापारी संघ की बैठक मंे निर्णय लिया है कि उक्त अव्यवस्थाएं सुधरने तक 15 मई, सोमवार से समस्त व्यापारी नीलामी में भाग लेने में असमर्थ रहेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या मंे मण्डी व्यापारी उपस्थित रहे।