खरीदी केन्द्र संचालको की बेहद लापरवाही के चलते भींगी हजारो क्विंटल धान
दीपक शर्मा
पन्ना ६ जनवरी ;अभी तक; देवेन्द्रनगर कृषि उपज मण्डी सहित जिले भर में बनाये गये धान उपार्जन केन्द्रो मे संचालको तथा नान खाद्य विभाग सहित अन्य विभागो की लापरवाही के चलते हजारो क्विंटल धान वारिष के चलते भींग गई है। जिससे शासन को लाखो का नुकसान होगा तथा भींगी हुई धान का उपयोग करने से लोगो को अमानक चावल देने के चलते बीमारीयां बढेगी। लेकिन इस दिशा मे लगता है शासन प्रशासन की कोई नजर नही है।
देवेन्द्र नगर कृषी उपजमंडी प्रांगण मे संचालित शिव शंकर स्वयं सहायता समूह उमरी में हजारों टन धान बारिष में भीग गई है। पूर्वानुमान में बारिश होने का अंदाजा कई दिनो से लगाया जा रहा था। क्योकि लगातार कोहरा एवं वारिष का मौसम समझ मे आ रहा था। इसके बावजूद जिम्मेवारो द्वारा धान को वारिष से बचाने के लिए कोई इन्तजाम नही किये गये। उक्त केन्द्र का संचालन करने वाली निधी पान्डेय द्वारा भी केन्द्र पर धान ढकने के लिए त्रिपाल या अन्य व्यवस्थाए नही की गई थी। इस प्रकार का लापरवाही पूर्ण रवैया जिले भर मे धान खरीदी केन्दो मे सामने आया है तथा हजारो टन धान संबंधितो केन्द्रो पर वारिष मे भीगीं हुई पडी है। अब उस धान का क्या होगा यह तो जिम्मेवार ही तय करेगें।