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गंगा नदी तट पर स्थित मंदिरों में स्थानीय उत्पादों से बनेगा प्रसाद ‘गंगा भोग’

नयी दिल्ली, 25 जून ; गंगा नदी को आस्था और आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) ने इस नदी के तट पर स्थित मंदिरों में स्थानीय उत्पादों को प्रसाद “गंगा भोग” का हिस्सा बनाने की शुरूआत की है और अब तक 61 मंदिरों को इस अभियान से जोड़ा जा चुका है।.

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक जी अशोक कुमार ने  बताया, ‘‘गंगा नदी हमेशा से आस्था व आर्थिक गतिविधियों का केंद्र रही है। अब इसे नया रूप प्रदान करते हुए मिशन ने ‘पांच म’ पहल की शुरूआत की है, जिसमें मां गंगा, मंदिर, महिला, मोटा अनाज और मधु का समावेश किया गया है।’’.

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