गुण्डा सूची में नाम जुडने व मकान टूटने के भय से आरोपी ने लगाई फांसी

मयंक शर्मा

खंडवा २८ अप्रैल ;अभी तक;  नगर कें थाना कोतवाली क्षेत्र के निगरानी बदमाश ऋतिक उर्फ मोनू चैहान ने गुरुवार को  फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके खिलाफ अड़ीबाजी के केस में कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। गुरुवार को पुलिस उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने वाली थी। जब तक पुलिस पहुंची तब तक वह फंदे पर झूल गया।

सीएसपी पूनमचंद्र यादव ने बताया कि  शिवपुरम कॉलोनी में रहने वाले 22 वर्षीय ऋतिक उर्फ मोनू पिता लक्ष्मीनारायण चैहान के खिलाफ थाने में 11 अपराध दर्ज है। हाल ही में निगरानी बदमाश की लिस्ट से पुलिस ने उसे गुंडा लिस्ट में जोड़ा था। अड़ीबाजी के मामले में कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जिसमें 27 अप्रैल को उसे कोर्ट में पेश होना था। वारंट मिलने पर पुलिस उसे पकड़ने के लिए गुरुवार सुबह उसके घर पहुंची लेकिन तब तक दुनिया छोड चुका था।

मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम करवाया है।

मृतक की ं, बहन हिमानी ने कहा  कि ऋतिक पर एक लड़की के परिजन ने पाक्सो और छेड़छाड़ का केस दर्ज करवाया था। वे बार- बार राजीनामा करने के लिए पैसे मांग रहे थे। इससे वह परेशान था। मां रीमा का आरोप है कि गुरूवार  सुबह साढ़े 9 बजे रामनगर चैकी से पुलिसकर्मी आए थे। वे जोर-जोर से चिल्ला रहे थे कि ऋतिक को अरेस्ट करना है। उसकी गिरफ्तारी करवाओ। वरना घर टूटेगा। पुलिस ने बेटे पर झूठे केस लादकर गुंडा बनाया। बड़े-बड़े गद्दार बाहर घूम रहे लेकिन उन्हें पुलिस नहीं पकड़ रही। एसपी-कलेक्टर केस की जांच करे।