चर्चित कलेक्टर का नया कारनामा, सरकारी कर्मचारियों के लिए जारी किया तुग़लकी फ़रमान
दीपक शर्मा
पन्ना २४ मई ;अभी तक; “एमपी अजब है, सबसे गजब है” यह स्लोगन भले ही मध्य प्रदेश में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बनाया गया हो, मगर वाकई में यह प्रदेश अजब और गजब है, तभी तो पन्ना के चर्चित कलेक्टर संजय कुमार मिश्र (आईएएस) ने पन्ना गौरव दिवस के तीन दिवसीय कार्यक्रम में जिला मुख्यालय के सभी शासकीय कार्यालयों के शासकीय सेवकों को सपरिवार अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश जारी कर दिया।
पन्ना कलेक्टर के इस तुग़लकी फरमान की हर तरफ चर्चा हो रही है। वहीं सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों में इसे लेकर आंतरिक तौर पर गहरी नाराज़गी देखी गई। 20 मई 2023 से शुरू हुए पन्ना नगर के प्रथम गौरव दिवस एवं छत्रसाल जयंती महोत्सव के कार्यक्रम में सोमवार 22 मई को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पन्ना आगमन हुआ है। वर्तमान में पड़ रही लू के थपेड़ों वाली प्रचंड गर्मी और उमस के मद्देनजर मुख्यमत्री के कार्यक्रम में पर्याप्त भीड़ जुटाने के लिए सरकारी कर्मचारियों को पन्ना गौरव दिवस के कार्यक्रम में सपरिवार अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
इस संबंध में पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के हवाले से जिला जनसम्पर्क कार्यालय पन्ना के द्वारा शुक्रवार 19 मई को समाचार क्रमांक/94/751/जारी किया गया है। स्थानीय समाचार पत्रों एवं डिजिटल मीडिया में प्रकाशित इस खबर में स्पष्ट तौर पर उल्लेख है कि, “कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने 20 मई से शुरू होने वाले तीन दिवसीय पन्ना गौरव दिवस के कार्यक्रम में जिला मुख्यालय के सभी शासकीय कार्यालयों के शासकीय सेवकों को सपरिवार अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज कराने के लिए निर्देशित किया गया था। उन्होंने कहा था कि छत्रसाल जयंती पर आयोजित गौरव दिवस के कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करें।” बता दें कि चुनावी साल में पहली बार पन्ना नगर का गौरव दिवस मनाने का फैसला लिया गया है।
पन्ना के वरिष्ठ कांग्रेस नेता दीपचन्द्र अग्रवाल ने कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के इस निर्देश को तुगलकी फरमान करार दिया है। उन्होंने कहा कि, सरकारी कर्मचारियों पर इस तरह दबाव बनाना घोर आपत्तिजनक और पूर्णतः अनुचित है। इसकी जितनी भी आलोचना की जाए शायद वह कम है। कांग्रेस नेता दीपचंद का मानना है कि सत्ता के मद में चूर प्रदेश की शिवराज सरकार और उनके चहेते कलेक्टर के इस कारनामे से उनकी मानसिकता का पता चलता है। ये लोग सरकारी कर्मचारी के साथ उनके परिजनों को भी अपना बंधुआ मजदूर समझते हैं, तभी तो इस तरह के निर्देश जारी कर रहे हैं।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल तिवारी ने कहा कि आईएएस संजय कुमार मिश्र ऐसे अफसर हैं जो कि भारतीय जनता पार्टी की भक्ति के चक्कर में पूर्व कई बार एक्सपोज़ हो चुके हैं। लोकसेवक की मर्यादा भुलाकर पदीय गरिमा को गिराने वाले संजय कुमार को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने पिछले साल कड़े शब्दों में फटकार लगाई थी। साथ ही उनकी कार्यप्रणाली पर भी बेहद गंभीर सवाल उठाए थे। जबलपुर हाईकोर्ट ने गुनौर जनपद उपाध्यक्ष के निर्वाचन संबंधी मामले की सुनवाई के दौरान अपनी टिप्पणी में कहा था कि- “पन्ना कलेक्टर पॉलिटिकल एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इन्हें पद से हटा देना चाहिए’।” इसके बाद भी प्रदेश सरकार ने निर्लज्जता दिखाते हुए संजय कुमार मिश्र को पन्ना से नहीं हटाया।
उल्लेखनीय है कि पन्ना कलेक्टर संजय मिश्र का एक वीडियो भी कुछ माह पूर्व वायरल हुआ था। जिसमें वे यह दावा करते नज़र आ रहे हैं कि अगले 25 वर्षों तक बीजेपी सत्ता में रहने वाली है, इसलिए लोगों को किसी तरह बहकावे में न आकर भाजपा का समर्थन करना चाहिए। जिले के अमानगंज क़स्बा में विकास यात्रा के सरकारी कार्यक्रम के बताए गए इस वीडियो में वे सीएम शिवराज और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफों में पुल बांधते नज़र आ रहे हैं। पन्ना कलेक्टर यह कह रहे हैं कि सीएम कहते हैं कि आप ही लोगों की दुआओं व आशीर्वाद से से वे चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। वहीं इस समय देश की आज़ादी के 75 साल पूरे हुए हैं। प्रधानमंत्री का सपना है कि जब आज़ादी की शताब्दी पूरी हो तब यही सरकार रहे।