बुधवार को ज्ञापन देने के लिए दो जिलों से जयस कार्यकर्ता कलेक्टर व एसपी कार्यालय पर एकत्र हुए। इनमें बुरहानपुर के जयस जिलाध्यक्ष सोहन मंडलोई, खंडवा जयस जिलाध्यक्ष पीयूष मोजले, सहित बडी संख्या में कार्यकता्र्र उपस्थित थे।जय आदिवासी युवा संगठन ने कहा कि, रसूखदार ठेकेदार को बचाने के लिए संबंधित विभाग और पुलिस बचाव कर रही है। लेकिन जल्द ही एक्शन नहीं लिया गया तो हम आंदोलन करेंगे।
संगठन के कार्यकर्तां संरक्षक राजेश जमरे, ने आरोप लगाया कि, पुलिया पर सांकेतिक चिन्ह नहीं थे। टेंडर के अनुसार, 2022 तक सड़क और पुलिया का निर्माण पूरा करना था। राजपुरा-दीवाल सड़क के निर्माण में ठेकेदार ने लापरवाही बरती है। इसी कारण 8 अप्रैल की देर शाम साढ़े 7 बजे धर्मेंद्र पिता सुमेरसिंह की मौत हो गई थी। निर्माणाधीन पुलिया पर सांकेतिक चिन्ह नहीं होने से वह गिर गया। जयस ने एसपी से मांग की है कि, लापरवाही पर कंपनी प्रबंधन और ठेकेदार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाए।
डूंगरसिंह, सुनिल चैहान, ं ने कहा कि घटना के बाद से पूरा मामला पंधाना पुलिस के संज्ञान में है। लेकिन पुलिस कार्रवाई करने की बजाय बचाव में जुटी है। बालाजी कंस्ट्रक्शन का संचालक हितेश कोठारी है। जो कि पूर्व महापौर और भाजपा के दिग्गज नेता सुभाष कोठारी का भतीजा है।