जागड़ा पोरवाल समाज मन्दसौर द्वारा आयोजित 13वां परिचय सम्मेलन सम्पन्न
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर-२० नवंबर ;अभी तक; परिचय सम्मेलन आज के समय में समाज की महती आवश्यकता बनते जा रहे हैं, ऐसे परिचय सम्मेलन में वर-वधू का चयन आसान तरीके से हो जाता है। यह बात सम्मेलन संयोजक श्री रमेशचन्द्र सेठिया ने रविवार को जैन महाविद्यालय में आयोजित युवक-युवती परिचय सम्मेलन के शुभारंभ अवसर पर कही।
श्री सेठिया ने कहा कि अब बदलते युग में परिस्थितियों में भी बदलाव हो रहा है और लड़के-लड़कियां भी अब सुयोग्य जीवन साथी चाहते हैं, ताकि उनका जीवन उनके अनुरूप हो। इस आयोजन में ऐसे रिश्ते बनें जो आगे भी उन्हें निभा सकें। विवाह सम्मेलन एक ईश्वरीय कार्य है। पूर्व अध्यक्ष श्री जगदीचंद्र सेठिया ने कहा कि आज के समय मे समाज में विवाहों का विघटन हो रहा है। अगर हम अपने समाज और परिवार के आधार पर शादी करें तो विवाह के बाद विघटन नहीं होंगे। विवाह सुख नहीं उत्तरदायित्व है, और हमें इस उत्तरदायित्व को निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिचय सम्मेलन में आप एक ऐसे जीवन साथी को चुनें जो सदा आपके साथ हो, और दोनों एक दूसरे को समझ सकें। विवाह के लिए सुयोग्य जीवन साथी चुनना भी सबसे बड़ी योग्यता है।
आज के व्यस्त समय में अभिभावकों को अपने विवाह योग्य बेटे-बेटी के रिश्ते तलाशने में कठिनाई हो रही है। परिचय सम्मेलन एक ऐसा मंच है जो दो परिवारों को आपस में मिलाता है। परिचय सम्मेलन अब हर समाज की आवश्यकता बनते जा रहे हैं। सभी समाजों ने यह परंपरा शुरू कर दी है। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्री गणेश जी का पुजन व दीप प्रज्वलित कर हुआ।
समाज सचिव श्री रामगोपाल महाजन,मीडिया प्रभारी दिलीप सेठिया ने बताया कि सम्मेलन में 1074 प्रत्याशियों के पंजीयन हुए। 560 विवाह योग्य युवक-युवतियों ने परिचय दिया।परिचय सत्र के पश्चात उपस्थित प्रत्याशियो के लक्की ड्रा निकाला गया जिसमें 10 युवक युवतियों को अशोक रत्नावत,एडवोकेट पंकज वेद के सौजन्य से पुरस्कृत किया गया साथ ही अधिक पंजीयन करने वाले प्रभारियों को पिरुलाल डपकरा सुवासरा व जगदीचंद्र सेठिया(लोदवाला), सुनील धनोतिया (सुवासरा वाला) की ओर से सिल्वर क्वॉइन वितरित किये गये। कार्यक्रम में विशेष रूप से श्री रामविलास संघवी,श्री जगदीचंद्र चौधरी,श्री कैलाशनारायण रत्नावत, श्री ओमप्रकाश रत्नावत,लक्ष्मीनारायण कोठारी, गुलाबचंद उदिया,बालाराम गुप्ता,सुरेन्द्र फरक्या,मदनलाल गुप्ता आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जगदीश काला ने किया।