जापान के सुकुबा शहर में आयोजित कांफ्रेंस में महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. उषा अग्रवाल सम्मानित

महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १६ जनवरी ;अभी तक;  राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एल.एन. शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय के इतिहास एवं पर्यटन विभाग की प्राध्यापक डॉ. उषा अग्रवाल ने जापान के सुकुबा शहर में आयोजित कांफ्रेंस में भाग लिया ।
प्राचार्य डॉ. शर्मा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 02 से 04 जनवरी, 2024 को जापान के सुकुबा शहर में World Buddhist Mission, Japan ,oa Center for South East Asian Studies, Bodhagaya, India  द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ. उषा अग्रवाल को सम्मानित किया गया ।
डॉ. उषा अग्रवाल ने धर्मराजेश्वर की गुफाओं के महत्व  एवं पर्यटन की दृष्टि से उपयोगिता एवं सुझाव को प्रस्तुत किया । आपने अपने उद्बोधन में बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा मानव कृत एवं प्रकृतिकृत 1500 से ज्यादा गुफाओं को पहचाना गया है। दक्षिण पूर्व एशिया में सिल्क मार्ग पर अनेक गुफाएं प्राप्त हुई हैं । इसी क्रम में धर्मराजेश्वर की गुफाओं का महत्वपूर्ण स्थान है । ये गुफाएं, बौद्ध भिक्षुओं के रहने का स्थान होती थी, जो एकांत में बनी होकर ध्यान हेतु अनुकूल वातावरण प्रदान करती थी । इन गुफाओं में बुद्ध की प्रतिमा, चिन्ह, स्तूप एवं निवास कक्ष मिलते हैं।
डॉ. उषा अग्रवाल ने बताया कि बौद्ध स्थल पूरे एशिया में महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में पहचाने जाते हैं । ऐसे में धर्मराजेश्वर की गुफाएं को क्षेत्र की लोक संस्कृति से जोड़कर विकसित किया जाए, तो यह महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन सकता है।