जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय ने एकीकृत खेती एवं केचुआ पालन का किया अवलोकन
दीपक शर्मा
पन्ना १६ अप्रैल ;अभी तक; भारतीय परम्परागत खेती एवं मोटे अनाज के उत्पादन के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे है। ग्राम पंचायतो में खेती को बढ़ावा देने के लिये लघु एवं सीमांत किसानो को कम लागत में खेती करने के लिये प्राकृतिक विधियॉं अपनाने के लिये जिले में स्वयंसेवी संस्था समर्थन ग्राम पंचायत एवं विभागीय अभिसरण के परिणामो को आगे बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे है।
उक्त प्राकृतिक संसाधनो को देखने के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत संघ प्रिय ने विलखुरा एवं उ़डकी का भ्रमण किया गया। भ्रमण कें दौरान विभिन्न पहलुओ पर चर्चा की, उन्होने प्राकृतिक संसाधन केन्द्र मे श्रीमती कीर्तन देवी पटेल एवं पुष्पा दीदी विश्कर्मा से जानकारी ली जिस पर उन्होने बताया कि गौ मूत्र कलेक्सन एवं केचुआ पालन की विधि एवं उपयोग की जानकारी से अवगत कराय। उनहोने बताया कि 600 लीटर गौमू.त्र 20 रू लीटर के हिसाब से 12 हजार का विक्रय होना वताया। साथ ही अपने खेत में दवा एवं कीटनाशक स्वयं का बनाया डालना भी वताया।
एकीकृत खेती-ग्राम उ़डकी के किसान गोविन्द मंडल को मनरेगा से कपिलधारा, खेत तलाब मिला उसके बाद विभागीय सहयोग से एक आदर्श एवं आत्मनिर्भर किसान की राहपर चल रहे है। किसान गोविन्द मंडल ने वताया की हमें खेती से वर्ष में 4 से 5 लाख की आमदनी हो जाती है। भ्रमण के दौरान सीईओ संघ प्रिय ने कहा की हम सब मिलकर किसानो को चिन्हित करे एवं जिले में कम से कम 500 किसान तैयार करे, सभी विभाग मिलकर गोविन्द मंडल की तरह जिले में किसान तैयार करे। इस दौरान एसईडीओ आर.आर. शर्मा, उपयंत्री संजीव जैन, ग्राम पंचायत अहिरगुवा सरपंच संजय शुक्ला, आजिविका मिशन से मनीष पाण्डेय, विलखुरा सचिव परेश सरकार, ग्राम रोजगार सहायक दादूराम समर्थन से क्षेत्रीय समन्वयक ज्ञानेन्द्र तिवारी, कृषि विशेषज्ञ प्रकाश नागर, शिवमन सोनी आदि उपस्थित रहें।