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जिले की स्वास्थ्य सुविधा को मरणासन्न अवस्था में पहुंचाने वाले विभाग के अधिकारी डॉ. चौहान का श्रीराम युवा सेना ने किया सम्मान

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर ११ नवंबर ;अभी तक ;   मंदसौर जिले की स्वास्थ्य सेवाएं लगातार चरमरा रही है। एंबुलेंस माफिया सक्रीय है। डेंगू के मरीजों इलाज के अभाव में मौत हो रही है। पूरा जिला चिकित्सालय मानो रेफर हॉस्पिटल बन गया है। मंदसौर में स्थित प्राइवेट लेबोरेटरी बिना विशेषज्ञ चिकित्सकों के चल रही है। निजी चिकित्सालय में पार्किंग की सुविधा नहीं है। इन सभी के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग सोया हुआ है और प्राइवेट चिकित्सकों पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को मृत्यु शय्या पर पहुंचाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले जिला चिकित्सा एवं अधिकारी डॉ. गोविन्दसिंह चौहान का श्री राम युवा सेवा के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल
श्रीवास्तव ने पुष्पमाला पहनाकर उन्हें ट्रॉफी भेंटकर सम्मानित किया गया।
                                         श्रीवास्तव का कहना है कि सीएमएचओ का सम्मान इसलिए किया गया कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं मरणासन्न पर है जो कि बेहद शर्मनाक है लेकिन सीएमएचओ व उनके अधीन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। प्राइवेट चिकित्सालय में पार्किंग व्यवस्था नहीं है। प्राइवेट चिकित्सालय धर्मशाला में चल रहे है। जिन्हें शासकीय चिकित्सक चला रहे है। लेकिन सब जानकारी होने के बावजूद उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। लेबोरेटरी वाले मरीजों व उनके परिजनों को लूट रहे है। चिकित्सकों को 50-50 प्रतिशत कमीशन दे रहे है। जिससे मरीजों के साथ खुलेआम लूट हो रही है। मंदसौर जिले की लचर स्वास्थ्य सेवाएं से सभी परेशान है लेकिन अधिकारी है कि उनके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

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