प्रदेश
तहसील कार्यालय इन दिनों कथित भ्रष्टाचार को लेकर, सुर्खियों में
टीकमगढ़ से पुष्पेंद्र सिंह
टीकमगढ़ 15 मार्च “अभीतक ” जिला मुख्यालय का तहसील कार्यालय इन दिनों कथित भ्रष्टाचार को लेकर, सुर्खियों में हैं,तहसीलदार गोविन्द सिंह और उनके कर्मचारियों के, कथित लेनदेन के बिना काम नहीं करने की प्रवृति से परेशान, जिला अभिभाषक संघ को गोविन्द सिंह को कार्यालय से हटाने की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना देने पर विवश होना पड़ा! वकीलों के उत्तेजित रवैये को देखते हुए कलेक्टरअवधेश शर्मा ने फिलहाल तीन दिन में उनकी मांगो के निराकरण का आश्वासन दिया है!
अभिभाषक संघ के उपाध्यक्ष अखिलेश कुमार नापित ने बताया कि तहसीलदार गोविन्द सिंह द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के मार्फ़त काम करने के एवज़ में रुपयों की मांग की जाती है और ऐसा न करने पर वह काम नहीं करते!
कलेक्टर शर्मा को भेजे ज्ञापन में संघ ने कहा है कि धारा- 151के मामलों में ज़मानत स्वीकृत करने के एवज़ में बकीलों से पांच -पांच हज़ार रूपये की मांग की जाती है और उनकी मांग पूरी न होने पर जमानत नहीं दी जाती! संघ ने अपने एक सदस्य रविंद्र बिरथरे के साथ दो दिन पहले तहसीलदार गोविन्द सिंह द्वारा ऐसे ही, एक मामले में ज़मानत के लिए रिश्वत की मांग पूरी न होने पर कार्यालय में ही दुर्व्यवहार करते हुए मुकद्दमा दायर करने की धमकी दी गयी थी!
वकीलों ने कहा है कि राजस्व के अन्य तमाम मामलों में किसान और आम लोग तहसील कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों के रवैये से बेहद परेशान होते देखे जा सकते हैंअधिवक्ता संघ ने ज्ञापन में वर्षों से जमे उन कर्मचारियों के साथ तहसीलदार को तत्काल हटाने की मांग की हैं
अब देखना ये है कि तीन दिन में अधिवक्ताओं की मांग पूरी होने पर तहसील कार्यालय की व्यवस्थाओं में क्या सुधार होता है?