प्रदेश
दशपुर योग शिक्षा संस्थान ने स्वास्थ्य परिचर्चा आयोजित की
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ११ दिसंबर ;अभी तक; पीलिया जिसे हमें वायरल हैपेटाइटिस के रूप में जानते है। यह रोग सामान्यतः वाइरस से फैलता है। शुरू में यह रोग की गति धीमी रहती है लेकिन रोगी लापरवाही करता है तो यह पीलिया उग्र रूप ले लेता है और कई बार रोगी की जान पर बन आती है। इसलिये पीलिया रोग पर शुरू में ही नियंत्रण आवश्यक है।
उक्त बात प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अजय व्यास ने दशपुर योग शिक्षा संस्थान द्वारा योग भवन पर आयोजित स्वास्थ्य परिचर्चा में कही। डॉ. व्यास ने कहा कि पीलिया कई प्रकार का होता है। इस रोग के फैलने की वजह गंदगी या दूषित भोजन होती है। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से भी यह रोग फैलता है। बिना उबाली सुई और सिरेंज से इन्जेक्शन लगाने पर भी यह रोग फैल सकता है। इसलिये स्वच्छ वातावरण एवं सात्विक व साफ भोजन करे।
झाड़-फूक से नहीं होता पीलिया का इलाज- आज भी अशिक्षित एवं ग्रामीण क्षेत्र के कुछ लोग पीलिया रोग में झाड़-फूंक पर ज्यादा यकीन करते हैं। वह इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं। यदि समय पर इसका उपचार डॉक्टर से नहीं लिया तो यह खतरनाक हो सकती है। इसलिए पीलिया के समय मेडिकल ट्रीटमेंट अवश्य लेना चाहिए।
पीलिया के ये है लक्षण- आपने बताया कि आंखें पीली होना, पेशाब पीला आना, बुखार बना रहना, भूख न लगना, जी घबराना, उल्टी आना, कमजोरी महसूस होना और कुछ भी खाने में कड़वा लगना पीलिया रोग के लक्षण है।
संकल्प शक्ति दृढ़ हो कैंसर भी हो सकता है ठीक- डॉ. व्यास ने बताया कि कैंसर रोग तेजी से बढ़ रहा है। पेट मंे दर्द, पाइल्स की बीमारी को हम सामान्य ले लेते है लेकिन कई बार ये कैंसर का कारण बन जाती है। लापरवाही घातक हो सकती है। आपने बताया कि आजकल कैंसर सही समय पर डायग्नोसिस हो जाये तो उसका इलाज संभव है लेकिन रोगी की ठीक होने की संकल्प शक्ति दृढ़ होना चाहिए। डॉ. व्यास ने विभिन्न बीमारियों के प्रांरभिक लक्षण भी बताये तथा साधकों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये।
संस्थापक अध्यक्ष योग गुरू सुरेन्द्र जैन ने बताया कि योग के साथ-साथ नियमित जीवन शैली, उचित खानपान व्यक्ति को स्वस्थ रखने में सहायक होते है। आपने कहा कि शादी व अन्य आयोजनों में व्यक्ति को भोजन करने में संयम रखना चाहिये।
संस्था अध्यक्ष सीए दिनेश जैन ने कहा कि योग संस्थान द्वारा हर माह स्वास्थ्य परिचर्चा आयोजित की जा रही है। जिसमें अलग-अलग विशेषज्ञ को बुलाकर स्वस्थ रहने के नुस्खे बताये जा रहे है।
इस अवसर पर योग शिक्षक लोकेन्द्र जैन, खुशी गोकलानी, पवन गोकलानी, विद्या चौधरी का जन्मदिवस पौधा भेंटकर मनाया गया।
प्रारंभ में सूक्ष्म व्यायाम योग शिक्षक ओमप्रकाश गर्ग ने कराया। डॉ. व्यास का स्वागत योग शिक्षक लोकेन्द्र जैन, प्रीति जैन, जितेश फरक्या, ललित जैन आदि ने किया। कार्यक्रम में नीलम जैसवानी, ललिता मेहता, सुमन रावल, शारदा माली, आस्था, महेश सेठिया, कैलाश सोनी, आनन्द कर्म, सुभाष पाटीदार, ललित वरमण्डलवाला, गिरधर माली, राजेन्द्र चाष्टा, तेजमल गांधी, लालुप्रसाद चंचोसिया, कंवरलाल पाटीदार आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन संस्था सचिव लोकेन्द्र जैन ने किया।
उक्त बात प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अजय व्यास ने दशपुर योग शिक्षा संस्थान द्वारा योग भवन पर आयोजित स्वास्थ्य परिचर्चा में कही। डॉ. व्यास ने कहा कि पीलिया कई प्रकार का होता है। इस रोग के फैलने की वजह गंदगी या दूषित भोजन होती है। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से भी यह रोग फैलता है। बिना उबाली सुई और सिरेंज से इन्जेक्शन लगाने पर भी यह रोग फैल सकता है। इसलिये स्वच्छ वातावरण एवं सात्विक व साफ भोजन करे।
झाड़-फूक से नहीं होता पीलिया का इलाज- आज भी अशिक्षित एवं ग्रामीण क्षेत्र के कुछ लोग पीलिया रोग में झाड़-फूंक पर ज्यादा यकीन करते हैं। वह इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं। यदि समय पर इसका उपचार डॉक्टर से नहीं लिया तो यह खतरनाक हो सकती है। इसलिए पीलिया के समय मेडिकल ट्रीटमेंट अवश्य लेना चाहिए।
पीलिया के ये है लक्षण- आपने बताया कि आंखें पीली होना, पेशाब पीला आना, बुखार बना रहना, भूख न लगना, जी घबराना, उल्टी आना, कमजोरी महसूस होना और कुछ भी खाने में कड़वा लगना पीलिया रोग के लक्षण है।
संकल्प शक्ति दृढ़ हो कैंसर भी हो सकता है ठीक- डॉ. व्यास ने बताया कि कैंसर रोग तेजी से बढ़ रहा है। पेट मंे दर्द, पाइल्स की बीमारी को हम सामान्य ले लेते है लेकिन कई बार ये कैंसर का कारण बन जाती है। लापरवाही घातक हो सकती है। आपने बताया कि आजकल कैंसर सही समय पर डायग्नोसिस हो जाये तो उसका इलाज संभव है लेकिन रोगी की ठीक होने की संकल्प शक्ति दृढ़ होना चाहिए। डॉ. व्यास ने विभिन्न बीमारियों के प्रांरभिक लक्षण भी बताये तथा साधकों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये।
संस्थापक अध्यक्ष योग गुरू सुरेन्द्र जैन ने बताया कि योग के साथ-साथ नियमित जीवन शैली, उचित खानपान व्यक्ति को स्वस्थ रखने में सहायक होते है। आपने कहा कि शादी व अन्य आयोजनों में व्यक्ति को भोजन करने में संयम रखना चाहिये।
संस्था अध्यक्ष सीए दिनेश जैन ने कहा कि योग संस्थान द्वारा हर माह स्वास्थ्य परिचर्चा आयोजित की जा रही है। जिसमें अलग-अलग विशेषज्ञ को बुलाकर स्वस्थ रहने के नुस्खे बताये जा रहे है।
इस अवसर पर योग शिक्षक लोकेन्द्र जैन, खुशी गोकलानी, पवन गोकलानी, विद्या चौधरी का जन्मदिवस पौधा भेंटकर मनाया गया।
प्रारंभ में सूक्ष्म व्यायाम योग शिक्षक ओमप्रकाश गर्ग ने कराया। डॉ. व्यास का स्वागत योग शिक्षक लोकेन्द्र जैन, प्रीति जैन, जितेश फरक्या, ललित जैन आदि ने किया। कार्यक्रम में नीलम जैसवानी, ललिता मेहता, सुमन रावल, शारदा माली, आस्था, महेश सेठिया, कैलाश सोनी, आनन्द कर्म, सुभाष पाटीदार, ललित वरमण्डलवाला, गिरधर माली, राजेन्द्र चाष्टा, तेजमल गांधी, लालुप्रसाद चंचोसिया, कंवरलाल पाटीदार आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन संस्था सचिव लोकेन्द्र जैन ने किया।