धान खरीदी केंद्र मे भारी अनिमित्ताए व्यापारीयो की धान की हो गई तोलाई, बारदाना खतम, हप्तो से किसान परेशान

दीपक शर्मा

पन्ना ३० दिसंबर ;अभी तक; पन्ना जिले में धान खरीदी केन्द्रो मे भ्रष्टाचार और अनियमिताएं की खबरें बहुत आम हो चुकी हैं। लेकिन मामला तब और गंभीर हो जाता है जब इस पूरे खेल में एक सिंडिकेट तैयार कर ऊपर से नीचे तक के अधिकारी कर्मचारी और प्रभारी तक मिल कर सरकार को करोड़ों का चूना लगा रहे है।

पन्ना जिले के अन्तर्गत तहसील अजयगढ के खोरा ग्राम पंचायत स्थित मकरी केंद्र में कुछ इसी प्रकार का मामला सामने आया है। जहां पर केन्द्र प्रभारी द्वारा लगातार व्यापारीयो की धान खरीदी की जा रही है तथा किसानो को बारदाना का वहाना बनाकर परेशान किया जा रहा है। हप्तो से किसान केन्द्र मे डेरा डाले हुए लेकिन उनकी तोलाई नही हो रही है। केन्द्र मे किसानो के लिए पानी, छाया, शौचालय सहित अन्य सुविधाए भी उपलब्ध नही है, बताया जाता है कि केन्द्र प्रभारी रामधाम सिंह लोध मनमाने ढंग से खरीदी केन्द्र का संचालन कर रहे है। केन्द्र मे जो तोल कांटा लगाये गये है, उनमे किसी प्रकार की राहगीर सील नही लगी है, तथा शासन के निर्देशो को दरकिनार करके तोलाई की जा रही है। शासन द्वारा निर्धारित चालीस किलो पांच सौ ग्राम की बोरी खरीदी का नियम है लेकिन यहां पर 41 किलो सौ ग्राम किसानो से धान ली जा रही है। केन्द्र मे मजदूर के रूप मे नाबालिग बच्चो को भी लगाया गया हैं।

ज्ञात हो कि लगभग 1 एकड़ में बने ओपन मकरी खरीदी केंद्र में लगभग 15 दिवस के अंदर 18 हजार कुंटल धान की खरीदी की गई है वही इस केंद्र में से लगभग 10 हजार कुंटल धान परिवहन भी कर दी गई है। लेकिन जब इस केंद्र में जमीनी हकीकत देखी गई तो वह पर एक अलग ही नजारा देखने को मिला पूरे केंद्र में लगभग एक एकड़ के बने इस केंद्र में 15 से 20 जगहा डिजीटल तराजू से किसान के वेश में अधिकांश जगह व्यपारी अपनी धान को स्वंम ही तोल कर सील पैक करते दिखे ओर आम किसान सिर्फ घंटो खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। किसानों के लिए शासन के द्वारा जारी निर्देशो का कोई पालन केन्द्र प्रभारी द्वारा नही किया जा रहा हैं। लगातार जो मामला अनिमित्ताओ का सामने आया है उसमे यह देखा जा रहा है कि उपर से लेकर नीचे तक बंदर बांट जारी है। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगा मकरी धान खरीद केंद्र व्यपारियों के कब्जे में है।

ज्ञात हो कि विगत वर्ष 2022 मे भी पन्ना जिले की धान खरीदी ओर उत्तर प्रदेश से लगे केंद्रों में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी की गई थी, ओर इस वर्ष उत्तर प्रदेश और अजयगढ के कई केंद्रों को बंद कर देना इसका जीवित उदाहरण है। अब देखना यह है कि इस मकरी केंद्र पर अधिकारियों की क्या कार्यवाही होती है। माना जा रहा है कि खोरा खरीदी केन्द्र के प्रभारी रामधाम सिंह राजनैतिक दल से संबंध रखते है जिससे उन्हे किसी प्रकार की कार्यवाही का डर नही है और वह शासन के नियमो के विपरीत खरीदी केन्द्र का संचालन कर रहे है। इनके द्वारा उपभोक्ता दुकानो के संचालन मे भारी अनिमित्ताए की गई है तथा ग्राम पंचायत सरपंच इनकी पत्नी के कार्यकाल मे भी ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यो मे भी व्याप्क स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है। जिसकी जांच लोकायुक्त मे भी चल रही हैं। उसके बावजूद भ्रष्टाचार एवं अनिमित्ताए करने के लिए खरीदी केन्द्र की जिम्मेवारी सौपी गई है। स्थानीय किसानो ने प्रभारी कलेक्टर संघ प्रिय से कार्यवाही करने की मांग की है।