नर्मदा नदी का मोरटक्का ब्रिज गुरूवार को पूरी तरह बंद होने से वाहनों को 90 किमी का अतिरिक्त फैरा लगाना पड़ रहा

मयंक शर्मा
खंडवा २२ दिसंबर ;अभी तक;  इंदौर इच्छापुर हाइवे का यहां से 70 किमी दूर नर्मदा नदी का मोरटक्का ब्रिज गुरूवार को पूरी तरह बंद होने के बाद से इससे गुजरकर इंदौर जाने वाले वाले खंडवा और बुरहानपुर के लोगों को अब देशगांव  होते हुए इंदौर जाना पड़ रहा है, जिससे वाहनों को 90 किमी का अतिरिक्त फैरा लगाना पड़ रहा है। ब्रिज का लोड टेस्ट किया जा रहा है। इसी के साथ साथ अलग अलग दिनों में पुल के अलग-अलग परीक्षण किए जाएंगे। इसी के चलते तीन दिनों के लिए पुल बंद करके यहां से गुजरने वाले सभी वाहनों को पुल से डायवर्ट करके चलाया जा रहा है

जिला प्रशासन ने  खंडवा को इंदौर से जोड़ने वाले मोरटक्का पुल को 21 से 23 दिसंबर के बीच गाड़ियों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है। 21 दिसंबर को इंदौर के इंजीनियरिंग कॉलेज की टीम मोरटक्का ब्रिज का लोड टेस्ट किया है। इसी के साथ साथ अलग अलग दिनों में पुल के अलग-अलग परीक्षण किए जाएंगे। इसी के चलते तीन दिनों के लिए पुल बंद करके यहां से गुजरने वाले सभी वाहनों को पुल से डायवर्ट करके चलाया जा रहा है।

                                      हालाकि, बारी वाहनों को सितंबर महीने से ही ब्रिज से गुजरना प्रतिबंधित कर रखा है। ऐसे में ब्रिज के बंद होने से भारी वाहनों को करीब 90 किमी तक अतिरिक्त फेरा लगाकर इंदौर जाना पड़ रहा है। इसपर पूर्व निमाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने नाराजगी भी व्यक्त कर चुका है।ज्ञज्ञतव्य है कि  बारिश के दिनों में इस क्षेत्र में बाढ़ के हालात बने थे। ऐसे में ब्रिज में क्रेक आ जाने के कारण उस दौरान ही उसे 21 दिनों के लिए बंद किया गया था। उस दौरान भी खंडवा में पूर्व निमाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी। इसके बाद अब एक बार फिर पुल बंद होने पर चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि खंडवा को इंदौर से मोरटक्का ब्रिज ही सीधे जोड़ता है। इस ब्रिज से इंदौर और खंडवा के बीच व्यापार होता है। मौजूदा समय में ब्रिज से भारी गाड़ियों के गुजरने की अनुमति न होने पर शहर से आने जाने वाले व्यापारिक भारी वाहनों को 90 कि.मी का अतिरिक्त फेरा लगाना पड़ रहा है। उन्हें खरगोन और बड़वाह होते हुए इंदौर आना-जाना पड़ रहा है। इससे ट्रांसपोर्टेशन तो काफी महंगा हुआ ही, समय भी काफी लग रहा है। इससे खासकर खंडवा का उद्योग प्रभावित हो रहा है।