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पशुपालन विभाग में पदस्थ एक सीनियर डॉक्टर के साथ मारपीट, कर्मचरियो ने घटना के विरोध में विभागीय समस्त कार्य बंद किया
टीकमगढ़ से पुष्पेंद्र सिंह
टीकमगढ़ 23 दिसम्बर ;अभी तक; पशुपालन विभाग में पदस्थ एक सीनियर डॉक्टर आर के जैन के साथ शनिवार को एक 32 वर्षीय कथित संत देव स्वरुपा नंद ने जान से मारने की धमकी देते हुए,चप्पलों से इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि एकपशुपालन विभाग में पदस्थ एक सीनियर डॉक्टर आर के जैन के साथ आवारा गर्भवती गाय के इलाज के लिए मौक़े पर पहुंचने में उन्हें देर हो गयी थी! .
पुलिस कोतवाली टी आई आनंद राज ने बताया कि घटना के सम्बन्ध में आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 353,332,294,506के तहत मामला पंजीवद्ध किया गया है!लेकिन आरोपी की गिरफ़्तारी न होने से विटनरी विभाग के कर्मचारी अधिकारियों में आक्रोश हैऔर उन्होंने घटना के विरोध में विभागीय समस्त कार्य बंद कर दिए हैं। जिले के विभाग प्रमुख डॉ डीके विश्वकर्मा ने कहा हैकि जब तक देव स्व रुपानन्द को गिरफ्तार नहीं किया जायगा तब तक उनका कलम बंद आंदोलन जारी रहेगा!उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी प्रांतीय राजपत्रित पशु चिकित्सक संघ को भेज दी गयी है यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुईं तो, राज्यस्तरीय आंदोलन किया जाएगा!
घटना के सम्बन्ध में टी आई राज ने बताया की शनिवार को स्थानीय हायर सेकेण्डरी स्कूल के पास एक गर्भवती गाय के इलाज के लिए देव स्वरुपानन्द ने विटनरी के डॉ जैन के अलावा डॉ विश्वकर्मा को भी वहाँ देर से पहुंचने पर चप्पलों से पीटने की धमकी दी थी!और जैसे ही डॉ जैन गाय के इलाज के लिए वहाँ पहुंचे, स्वरुपा नंद ने उनके साथ गाली गलौज करते हुए चप्पलों से मरना शुरू कर दिया!जैन अपना बचाव करते हुए वहाँ से भाग निकले और अपने सीनियर को घटना की सूचना दी और पुलिस में मामले शिकायत दर्ज कराई!
उल्लेखनीय है कि जिले में और खासतौर पर टीकमगढ़ नगर में आवारा जानवरों के मुख्य बाजारों और मार्गों पर विचरण करने से न सिर्फ यातायात बाधित होता है बल्कि उनके वजह से राहगीर महिलाओं बच्चों को भी दिक्क़तों का सामना करना पड़ता है!उन पशुओं के वज़ह से सड़क दुर्घटना के भी कई मामले हो चुके हैं वावजूद इसके,जनप्रतिनिधि और सम्बंधित विभाग उन पशुओं को गौ शालाओं में शिफ्ट करने के कोई प्रयास नहीं करते!यद्धपि पिछले दो वित्तीय वर्षों2021-22 में जिले की,जैसा कि सरकारी अभिलेखों में दर्ज जानकारी के अनुसार 105ग्राम पंचायतों को 36करोड़ से अधिक की राशि गौशाला निर्माण के लिए दी जा चुकी है लेकिन अधिकांश ग्राम पंचायतों में गौ शाला निर्माण या तो बनी ही नहीं या आधे अधूरे हैं जबकि आवंटित राशि व्यय की जा चुकी है जिले की बल्देवगढ़ जनपद में कथित तौर पर भ्रष्टाचार केअधिक मामले सामने आते रहते हैं लेकिन कार्रवाई नहीं होने से ऐसे मामलों पर रोक नहीं लग पा रही!