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पश्चिम रेलवे के उधना रेलवे स्टेशन को आइकॉनिक लैंडमार्क के रूप में किया जायेगा विकसित

महावीर अग्रवाल
 मंदसौर १९ जून ;अभी टकल  भारतीय रेल द्वारा देश के प्रमुख स्टेशनों को आधुनिक और विश्वस्तरीय स्टेशनों में बदलने का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अपग्रेडेशन और आधुनिकीकरण के लिए देश भर में 1275 रेलवे स्टेशनों की पहचान की गई है, जिनमें से 87 रेलवे स्टेशन गुजरात में हैं। नवीनतम इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर और सुविधाओं के साथ उधना रेलवे स्टेशन के कायापलट से नई नौकरियों के सृजन के साथ-साथ अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप उधना रेलवे स्टेशन का नया रूप और लेआउट रेलवे स्टेशन को एक महत्वपूर्ण स्थान के रूप में बदलने और “नए भारत की नई रेल” बनने के लिए डिज़ाइन किया गया है। परियोजना का उद्देश्य वास्तुकला के साथ-साथ प्रबंधन पहलुओं के संदर्भ में अपनी अंतरराष्ट्रीय अपील के आधार पर खड़ा होना है; इसे  अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार उधना रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की परिकल्पना की गई है।
                                   पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार उधना रेलवे स्टेशन को 223.6 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत से एक आधुनिक स्टेशन के रूप में पुनर्विकसित किया जा रहा है और इस कार्य को 24 महीनों में पूर्ण करने का लक्ष्य है। कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है। इंजीनियरिंग खरीद और निर्माण (ईपीसी) अनुबंध प्रदान किया जा चुका है। साइट सर्वे, जियो टेक्निकल अन्‍वेषण और मिट्टी जांच का कार्य  पूर्ण हो चुका है। पश्चिम की ओर मौजूदा आरपीएफ क्वार्टरों को तोड़ दिया गया है और नए क्वार्टरों का कार्य तेजी से चल रहा है। ग्राउंड फ्लोर स्लैब का कार्य पूर्ण होने के साथ ही रूफ स्लैब का कार्य प्रगति पर है। यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) काउंटरों को स्थानांतरित कर दिया गया है और नए पीआरएस को शुरू किया गया है। पूर्व दिशा के स्टेशन भवन के ग्राउंड फ्लोर सुपर स्ट्रक्चर कॉलम वर्क, स्लैब वर्क और सीढ़ी के साथ-साथ लिफ्ट वॉल का कार्य प्रगति पर है। सब-स्टेशन भवन के slab का कार्य तथा UG tank के फाउंडेशन का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। इसके अलावा, पूर्व की ओर सर्कुलेटिंग एरिया में सड़क और पार्किंग के लिए समतलीकरण, उत्खनन और डब्ल्यूएमएम को बिछाने का कार्य प्रगति पर है। नए फुट ओवर ब्रिज की नींव का कार्य भी प्रगति पर है।
                              रेलवे स्टेशन के पूर्व और पश्चिम दोनों ओर नए स्टेशन भवनों का विकास प्रस्तावित है। पूर्व और पश्चिम की ओर स्थित स्टेशन भवनों को एफओबी के माध्यम से एकीकृत/एक दूसरे से जोड़ा जाएगा और बेहतर कनेक्टिविटी की सुविधा के लिए पटरियों और प्लेटफॉर्मों पर एक एयर कॉनकोर्स भी होगा। प्लेटफॉर्मों पर भीड़भाड़ से बचने के लिए प्लेटफॉर्मों के ऊपर यात्री सुविधाओं से युक्त पर्याप्त कॉन्कोर्स/वेटिंग स्पेस होंगे। कॉन्कोर्स क्षेत्र 2440 वर्ग मीटर में फैला होगा। नए स्‍टेशन स्टेशन को इस प्रकार के वास्तुशिल्प परिवेश के साथ डिजाइन किया गया है जो यह सुनिश्चित करेगा कि संपूर्ण स्टेशन परिसर उपयुक्त अग्रभाग, फिनिश, रंग, सामग्री, बनावट और समग्र रूप और अनुभव के माध्यम से एक एकीकृत थीम प्रस्तुत करे। मुख्य स्टेशन भवन के पूर्व में सर्कुलेटिंग एरिया में एक क्लॉक टावर होगा जो उधना स्टेशन का आइकॉनिक प्रतीक होगा। पश्चिम की ओर के अग्रभाग की थीम उधना शहर के परिवेश (surroundings) के समान होगी।
उधना रणनीतिक रूप से गुजरात के प्रमुख शहरी केंद्रों जैसे सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद और गांधीनगर के निकट है। उधना रेल मार्ग द्वारा गुजरात राज्य के प्रमुख नगरों और छोटे शहरों के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। स्टेशन का इस प्रकार का अपग्रेडेशन और व्यापार और वाणिज्य के लिए आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान करेगा और उधना को एक प्रमुख व्यवसाय और व्यापारिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।

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