पीजी. कॉलेज में कॉम्प्युटेशन लिंग्विस्टिक्स एवं संस्कृत विषय पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ३ मई ;अभी तक; शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मन्दसौर के प्राचार्य डॉ. एल.एन. शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय के संस्कृत विभाग द्वारा अन्तर्वैषयिक व्याख्यान (Interdisciplinary Lecture) की शृंखला में आजादी के अमृत महोत्सव एवं IQAC के अन्तर्गत “Computational Linguistics & Sanskrit” विषय पर दिनांक 03.05.2023 को विशिष्ट व्याख्यान का किया गया, जिसमें विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ. चित्रेश सोनी, सहायक आचार्य – भाषा विज्ञान, अनुवाद अध्ययन एवं प्रशिक्षण संस्थान, इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली आमन्त्रित थे ।
कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप दीपन, सरस्वती पूजन एवं विषय विशेषज्ञ अतिथि वक्ता के स्वागत से हुआ। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एल.एन. शर्मा ने बताया कि संस्कृत विभाग द्वारा नेक मूल्यांकन के पूर्व नवाचार के रूप में अन्तर्वैषयिक लेक्चर शृंखला के अन्तर्गत यह व्याख्यान आयोजित किया है, अतः संस्कृत विभाग साधुवाद का पात्र है ।
विषय विशेषज्ञ वक्ता डॉ. चित्रेश सोनी सहायक आचार्य, इग्नु ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए संगणकीय भाषा विज्ञान एवं संस्कृत विषय पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि विश्व के वैज्ञानिकों ने माना है कि संस्कृत भाषा कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए सर्वाधिक उपयुक्त भाषा है। उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि भारतीय ज्ञान परम्परा के ग्रन्थों का संरक्षण तकनीकी द्वारा सम्भव है। उन्होंने क्या संस्कृत कम्प्यूटर के लिए उपयोगी हो सकती है? क्या संस्कृत के लिए कम्यूटर उपयोगी है? एवं क्या संस्कृत में कम्यूटिंग अन्य भाषाओं से श्रेयस्कर है? तीन प्रश्न किए और उन्होनें इन तीनों प्रश्नों के उत्तर में कहा कि संस्कृत के लिए कम्प्यूटर और कम्प्यूटर के लिए संस्कृत उपयोगी है और संस्कृत में कम्यूटिंग अन्य भाषाओं से श्रेयस्कर है क्योंकि संस्कृत भारतीय भाषाओं एवं यूरोपीय भाषाओं की जननी है।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. अनिल कुमार आर्य सहायक प्राध्यापक, संस्कृत ने किया एवं आभार डॉ. प्रीति श्रीवास्तव सहायक प्राध्यापक संस्कृत ने माना। कार्यक्रम के उपरान्त एम.ए. चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों को विभागाध्यक्ष डॉ. के.आर. सूर्यवंशी एवं प्रो. पंकज शर्मा ने प्रोजेक्ट के टॉपिक आवण्टित किए एवं प्रोजेक्ट की प्रविधि के बारे में डॉ. प्रीति श्रीवास्तव एवं प्रो. अनिल कुमार आर्य ने जानकारी प्रदान की।
इस अवसर डॉ. एस.के. तिवारी. प्रो. कविश पाटीदार, प्रो. पृथ्वीसिंह राठौड़ समेत महाविद्यालय का शैक्षणिक स्टॉफ, एम.ए.संस्कृत एवं एनएसएस के विद्यार्थी उपस्थित थे।