पीजी कॉलेज में  मिशन लाईफ के अन्तर्गत सिंगल प्लास्टिक बैन हेतु विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन  

महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २३ मई ;अभी तक;  राजीव गाँधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मन्दसौर में मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के आदेशानुसार  विश्व  पर्यावरण दिवस जागरूकता के अंतर्गत मिशन लाइफ  कार्यक्रम  के अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2022 – 23 मैं प्राणिकी विभाग द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध पर  विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया ।
                                इस व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. तोसिफ नागौरी शासकीय महाविद्यालय दलोदा उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एल एन शर्मा ने  सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभाव एवं हानिकारक प्रभावों के बारे में  विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी! महाविद्यालय के प्राणिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. संदीप सोनगरा ने अतिथि परिचय एवं विषय प्रवर्तन करते हुए कहा  कि
                           सिंगल यूज प्लास्टिक के अंदर जो रसायन होते हैं, उनका इंसान और पर्यावरण के स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ता है। प्लास्टिक की वजह से मिट्टी का कटाव काफी होता है। इसके अंदर का केमिकल बारिश के पानी के साथ जलाशयों में जाता है, जो काफी खतरनाक है।
                                प्रोफेसर तोसिफ नागौरी अपने व्याख्यान में विद्यार्थियों को यह बताया कि Single use plastic का उपयोग मनुष्य, जानवरों और समुद्री जीवों के लिए बहुत हानिकारक है। जल निकायों में समुद्री जलीय जंतु अपने भोजन के साथ प्लास्टिक के कणों का सेवन करते हैं। प्लास्टिक को पचाया नहीं जा सकता है और इस तरह यह उनकी आंत में फंस जाता है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
ऐसे प्लास्टिक आमतौर पर मिट्टी के भीतर जाकर दफन हो जाते हैं। कई सालों बाद ये छोटे छोटे कणों में विघटित होने लगते हैं। इस दौरान प्लास्टिक काफी जहरीले रसायन छोड़ते हैं। इस कारण ये पानी और भोजन की आपूर्ति के साथ हमारे शरीर के अंदर आ जाते हैं। कैंसर जैसी भयानक बीमारी उनके द्वारा हो सकती है
एनएसएस  जिला संगठन  प्रभारी डॉ. के. एल. सूर्यवंशी अपने उद्बोधन में कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक एक विश्वव्यापी समस्या है जिसका समाधान हम सबको मिलकर ही करना पड़ेगा और इसका किसी प्रकार से उपयोग ना करके इस समस्या को हल किया जा सकता है!
डॉ. अनिल आर्य द्वारा विद्यार्थियों को  यह बताया गया कि देश में 1 जुलाई 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक की चीजों को बनाने, बेचने और इस्तेमाल करने पर पाबंदी लग गई है। इस पाबंदी का मतलब इन चीजों को बनाना, आयात करना, जमा करना, डिस्ट्रिब्यूशन, सेल, इस्तेमाल करने पर रोक है। प्रो. रितु शर्मा ने आभार व्यक्त किया।
उपरोक्त कार्यक्रम में  ने सहयोग किया । इस अवसर पर प्रो.खुशबू मंडोवरा, प्रो संतोष कुमार शर्मा  सहित प्राणिकी विभाग बायोटेक एवं माइक्रोबायोलॉजी  के निम्न प्राध्यापक प्रो.गौतम मेघवाल, डॉ. शिखा ओझा, प्रो.रितु शर्मा,प्रो. ज्योति पवार, प्रो. हिमांशी राय गौड़, प्रो. प्रकाश दास,प्रो. चीना मिंडा, प्रो कुंदन माली, श्रीमती मनीषा कोठारी, श्री अशोक नागौरे समेत महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहें ।