प्राचार्यो की आय का जरिया बनी अतिथि शिक्षको से अवैध वसूली

दीपक शर्मा

पन्ना १९ दिसंबर ;अभी तक; जिला मुख्यालय से सबसे अंतिम छोर कल्दा एवं मेन्हा संकुल का जिला शिक्षा अधिकारी सूर्य भूषण मिश्रा ने भ्रमण किया तथा शैक्षिणक संस्थाओ का जायजा लिया।  इस दौरान भारी अव्यवस्थाए देखने को मिली क्योकि इस क्षेत्र मे जितने विद्यालय संचालित है उतने ही नियमित शिक्षक पदस्थ नही है तथा अतिथि शिक्षको के भरोसे शालाए संचालित कराई जा रही है। लेकिन उक्त अतिथि शिक्षक केवल कागजो पर ही श्री मिश्रा ने कल्दा हायर सेकेंडरी का निरीक्षण किया गया जहां छात्रों की संख्या कम पाई गई एवं अनेक अतिथि शिक्षक अनुपस्थित पाए गए।

जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राचार्य को सख्त निर्देश दिए गए कि आगामी डेढ़ महीने बाद बोर्ड परीक्षा है अतः आप सभी बच्चों को रिमेडियर पुस्तके उपलब्ध कराके रिमेडियर कक्षाए लगाकर बच्चों को उच्च से उच्च शिक्षा प्रदान करें तथा यहां की शैक्षिक व्यवस्थाओं में सुधार किया जाए। उनके द्वारा कहा गया कि सोनू श्रीवास्तव संकुल में कब से कब तक अतिथि शिक्षक थी उसका समस्त रिकार्ड आप मुझे उपलब्ध कराए।

इसके पश्चात जिला शिक्षा अधिकारी ने बड़ी खमरिया विद्यालय का निरीक्षण किया गया तो वहां भी अनेक शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। इस संबंध में वहां पदस्थ शिक्षक एवं भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष मनभरण सिंह एवं गांव वालों द्वारा बताया गया कि यहां पर अनेक अतिथि शिक्षक एवं अनेक शिक्षक आते ही नही है। इसके बाद विद्यालय अमराई में भी इसी प्रकार की व्यवस्था देखने को मिली। यहां अतिथि शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर देखा गया तो वहां दीपिका श्रीवास्तव पदस्थ है जिनके द्वारा पूर्व से ही इसी माह में 10 12 दिन के हस्ताक्षर किये गये है।

इसके पहले सितंबर अक्टूबर नवंबर में कहीं भी नाम दर्ज नहीं था इस संबंध में जब वहां उपस्थित शिक्षक राजेश सिंह से जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि दीपिका श्रीवास्तव कल ही यहां आई थी 10 15 दिन के एक साथ हस्ताक्षर कर जाती है। इसी प्रकार का हाल पूरे कल्दा एवं मैन्हा संकुल का है। जिससे छात्रो की पढाई चौपट है तथा शिक्षको द्वारा छात्रो के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड किया जा रहा है। प्रभारी प्राचार्य सिर्फ अतिथि शिक्षको को मिलने वाली वेतन से अपना आधा हिस्सा ले लेते है तथा उन्हे खुली छूट दिये हुए है। अधिकांश अतिथि शिक्षक प्रभारी प्राचार्यो के संबंधिजन है। जो कभी भी विद्यालयो मे नही आते है। स्थानीय लोगो ने संबंधितो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। भ्रमण के दौरान राजेश मिश्रा जिला क्रीडा अधिकारी भी साथ रहें।