बूथ सहित जिला मुख्यालय पर भाजपा ने मनाई डॉ.भीमराव अंबेडकर की जयंती

महावीर अग्रवाल

मन्‍दसौर 14 अप्रैल अभीतक । भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार एंव प्रदेश भाजपा की कार्य योजनानुसार मंदसौर जिले के 1115 बूथों के साथ जिला मुख्यालय मंदसौर पर डॉ.भीमराव अंबेडकर जी की जन्म जयंती मनाई गई। मंदसौर भाजपा जिला मुख्यालय पर केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य पूर्व केन्द्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया, भाजपा राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष एंव सांसद सुधीर गुप्ता, भाजपा किसान मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर, पूर्व गृह मंत्री कैलाश चावला, भाजपा जिलाध्यक्ष नानालाल अटोलिया, विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया, सहकारिता प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक मदनलाल राठौर, मछुआरा प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक बाबुलाल चौहान आदि ने पदाधिकारी गणों के साथ कालिदास मार्ग स्थित बाबा साहेब जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।
                        इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य पूर्व केन्द्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया ने कहा कि आज हम ऐसी शख्सियत की जयंती मना रहे है जिन्हे बच्चों से लेकर बड़े तक बाबा साहब के नाम से याद करते है। बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर ने अपने जीवन काल में अनेक मुसीबतों का सामना किया। हमें गर्व होना चाहिए की ऐसा महान व्यक्तित्व का जन्म आज ही के दिन 1891 में हमारी मध्यप्रदेश की पावन भूमि महु में हुआ था। वे युवा अवस्था से ही जातिगत भेदभाव को देखकर काफी विचलित होते थे। अंबेडकर जी ने जातिगत भेदभाव को समाप्त करने के लिए समाज में फेली बुराईयों को समाप्त करने के तरीको की खोज पड़ताल शुरू कर दी थी। उन्होने अपने जीवनकाल में मुलनायक नामक एक समाचार पत्र को भी देश के सामने प्रस्तुत किया था। डॉ.भीमराव अंबेडकर जी अपने शिक्षा के काल में संस्कृत पड़ने के इच्छुक थे।
                     परन्तु उस समय चल रही छुआ-छुत प्रथा के कारण वे इस भाषा को पड़ने समझने में सफल नही हो पा रहे थे। ऐसी अपमानजनक परिस्थितियों का सामना करते हुए भी अंबेडकर जी ने धेर्य और वीरता के साथ अपनी स्कुल की शिक्षा एंव कॉलेज की शिक्षा प्राप्त की। देश के साथ विदेशों में भी डॉ अंबेडकर जी ने अपनी शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने 9 भाषाओं का ज्ञान प्राप्त कर लिया था। उनके लेखन में विशेष रूचि थी। उन्होने समाज सुधारक के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए कई पुस्तकों को लिखा। डॉ.भीमराव अंबेडकर अपने भाषणों के माध्यम से यह कहते थे की जहां व्यक्तिगत हित और देश हित में टकराव होगा तो में देश हित को प्राथमिकता दुंगा। उन्होने दलीत वर्ग के मसीहा के रूप में खाती प्राप्त की। डॉ.भीमराव अंबेडकर देश के पहले कानून मंत्री बने और 19 अगस्त 1947 को उन्होंने स्वतंत्र भारत के नये संविधान की रचना की। 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा ने अंबेडकर जी द्वारा बनाये गये संविधान को मान्यता दे दी। डॉ.अंबेडकर लम्बे समय से मधुमेह से पीड़ित थे और इसी बिमारी से 1956 में यह हम सभी को छोड के चले गये। मृत्यु उपरातं इन्हे देश के सर्वाेच्य नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।
                     हमें डॉ.बाबासाहब अंबेडकर जी के आदर्शाे पर चलकर नीजि हित को छोड़कर देश हित को महत्व देना चाहिए। में भारतीय जनता पार्टी की और से ऐसे महान व्यक्तित्व के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हुॅ। इस अवसर पर स्वागत भाषण भाजपा जिलाध्यक्ष नानालाल अटोलिया द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में अनिल कियावत, सुषमा आर्य, मुकेश काला, धीरज पाटीदार, प्रितेश चावला, शिवराज सिंह राणा घटावदा, राजेश पालीवाल, निलेश जैन, अशोक सूर्यवंशी, निर्मला गुप्ता, रमादेवी गुर्जर, नम्रता चावला, पारस मावर, अजयसिंह चौहान, हिम्मत डांगी, पुलकित पटवा, विजय सुराणा, अरूण शर्मा, मंडल अध्यक्षगण अरविंद सारस्वत, अजय आसेरी, नरेश चंदवानी, बंटी चौहान, महेश जुनवाल, मयंक मावर, रॉकी यादव, सुनीता भावसार, तुलसा खत्री, अर्चना गुप्ता, गरिमा भाटी, राजाराम तंवर, अजीजुल्लाह खान, नरेन्द्र बंधवार, दिपक गाजवा, आशीष गौड़, रामरतन आटेला, अंबालाल चौहान, केशरीमल जटिया, धर्मेन्द्र जटिया, शीतल कोतक, संजय राठौर, बंशी राठौर, युसुफ गोरी, भावना पमनामी, सुभाष गुप्ता, भोला दिवान, जाकीर नागोरी, किरण मंडोवरा, अनिल गुप्ता, बाबुलाल प्रजापत सहित अनेक पदाधिकारीगण एंव कार्यकर्तागण उपस्थित रहें।
उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी निलेश जैन ने दी।