भाजयुमो ने घेरा एसपी दफ्तर; मंत्री विजय शाह की चेतावनी-ज्यादा दिन रह नहीं पाएंगे

मयंक शर्मा

खंडवाा ५ अप्रैल ;अभी तक;   मंगलवार को खंडवा में आयोजित सीएम शिवराजसिंह चोहान के कार्यक्रम से पहले मंच पर जाने पर वन मंत्री विजय शाह के बेटे व जिला‎ पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यादित्य शाह ने एसपी सत्येंद्र शुक्ला पर‎ अभद्रता का आरोप लगाया है।  मंगलवार को‎ लाडली बहना योजना सम्मेलन‎ में मुख्यमंत्री के पहुंचने से 15 मिनट‎ पहले का मामला है।  पंधाना जनपद अध्यक्ष‎ सुमित्रा काले ने भी एसपी पर‎ अभद्रता का आरोप लगाया। इस मामले में बुधवार को भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने  यहां एसपी कार्यालय का घ्ेाराव प्रदर्शन व नारेबाज की।

ममंगलवार के इन मामले ंको लेकर बुधवार को  नवागत एसपी सत्येन्द्र शुक्ला पर कार्रवाई की मांग की ।भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने बुधवार को एसपी दफ्तर का घेराव किया। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने इंदिरा चैक स्थित भाजपा कार्यालय से एसपी कार्यालय तक पैदल यात्रा निकाली। पुलिस ने बैरिकेडिंग की तो दफ्तर के सामने टेंट लगाकर धरना दे दिया।

मंगलवार को संध्या में मुख्यमंत्री के खंडवा से रवाना‎ होने के घंटे भर बाद ही वन मंत्री विजय शाह भाजपा कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बेटे के साथ हुई इस घटना की निंदा की।वन मंत्री विजय शाह ने इस घटना को लेकर कहा कि हमारी आदिवासी बहन जनपद पंचायत पंधाना अध्यक्ष सुमित्रा काले, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यादित्य शाह से एसपी ने अभद्रता ही नहीं की, बल्कि जो वीडियो सामने आ रहे हैं, उसमें वे उन्हें कॉलर पकड़कर नीचे उतारते दिख रहे हैं। उन्हें पीटने की कोशिश की। इस मामले को मुख्यमंत्री को बताने का प्रयास करूंगा।
इस दौरान‎ भाजयुमो के जिलाध्यक्ष अनूप पटेल‎ ने एसपी ऑफिस का‎ घेराव करने की चेतावनी देते हुए तत्काल सस्पेंड करने की मांग की। पूरे घटनाक्रम पर नवागत एसपी ने कहा कि उन्होंने किसी से अभद्रता नहीं‎ की है। मैंने दो दिन पहले ही जॉइन किया है, इसलिए मंत्री के बेटे को पहचानता नहीं‎ था।‎ उधर, मंत्री ेने एसपी को लेकर कहा कि वे खंडवा में रह नहीं पाएंगे।

मंगलवार को मौके पर भाजपा नेता सुधांशु जैन ने आकर एसपी सत्येंद्र शुक्ल से कहा कि वे मंत्री के बेटे हैं। इसके बाद दिव्यादित्य को मंच पर जाने दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के कार्यक्रम से पहले 12 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया  । वे राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने के विरोध में ब्ड को काले झंडे दिखाने की रणनीति बना रहे थे। इसकी भनक लगते ही पुलिस ने गांधी भवन और इंदिरा चैक पर दबिश दी। पुलिस यहां से कांग्रेस नेताओं को घसीटते हुए कोतवाली ले गई थी।