भीषण अग्निकांड के बाद संभागायुक्त मालसिंह ने कलेक्टर को मामले की जांच के आदेश दिए
सिटी कोतवाली थाना प्रभारी बलबीरसिंह राइौर ने बताया कि आग इतनी भानक थी कि इस पर काबू पाने में 8 घंटे का समय लगा. ।घटना में सात लोग घायल हुए हैं, जिन्हें पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी हालत गंभीर होने की वजह से वहां से उन्हें इंदौर रेफर कर दिया गया.।
हादसे में ये हुए घायल
1. राजेश पवार 46 (गोदाम का मालिक)
2. माधुरी पवार 40 (राजेश पवार की पत्नी)
3. रोशन 15 (राजेश पवार का बेटा)
4. दीपक 22 (राजेश पवार का बेटा)
5. भानु 16, पिता संजय भांवरे निवासी टपाल चला
6. हर्षल भगत 16, निवासी बड़ा कब्रिस्तान
7. सतीष विश्वकर्मा 32, निवासी शिवना हाल निवासी सलूजा कालोनी
क्षेत्रीय पार्षद मो असलम गौरी ने कहा कि राजेश पवार नाम के व्यक्ति के घर में यह घटना हुई है. यह व्यक्ति डिलीवरी बॉय है और लगभग सभी कंपनियों की गैस की टंकियां सप्लाई करता है. साथ ही गैस की टंकियों की रिफिलिंग भी करता है.। कई बार उसे समझाया गया, लेकिन इसके बावजूद उसने अपना अवैध कारोबार बंद नहीं किया.
करीब 7.45 पर लगी आग को देर रात बुझाया जा सका। प्रशासन ने जेसीबी की सहायता से आग लगने वाले गोदाम सहित साइड के मकान के आगले हिस्से को ढहा दिया। तब जाकर फायरफाइटर की टीम ने अंदर लगी भीषण आग पर काबू पाया। शहर के घासपुरा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 में बने गैस के एक अवैद्ध गोदाम में बुधवार देर शाम भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि यहां अवैध रूप से बड़ी मात्रा में गैस की टंकियों को स्टोर करके रखा जाता था। उन्हें ऊंची कीमत पर ब्लैक करके बेचा जाता था। वहीं दूसरे सिलेंडर में भी इन्हें खाली किया जाता था। दूसरे सिलेंडर में गैस रिफिल करने के दौरान ही एक सिलेंडर में आग लग गई, जिसके बाद अफरा तफरी मच गई और आग बुझाने की कोशिशें की जाने लगीं। इस दौरान आग बढ़ती देख आसपास के रहवासियों ने क्षेत्र को खाली करवाने में सहयोग किया। वहीं इसी बीच गोदाम में रखे सिलेंडर में ब्लास्ट होने लगा, जिससे आग और फैलती चली गई।करीब 40 से अधिक सिलेंडरों में आग लगने के दौरान ब्लास्ट हो गया। हर एक ब्लास्ट के साथ आग और भीषण होती गई, साथ ही इसकी आवाज से पूरा क्षेत्र थर्रा गया। गैस के इस अवैध गोदाम में लगी इस भीषण आग से आसपास के घर भी चपेट में आ गए और दोनों ओर के घर जलने लगे। इसी बीच पुलिस प्रशासन सहित फायरफाइटर की टीम लोगों की जान माल की सुरक्षा की खातिर व्यवस्था बनते दिखाई दी।
आग बुझाने के लिए पांच फायरफाइटर सहित नगर निगम के टैंकर बुलाने पड़े। बावजूद इसके लगभग 2 घंटे तक आग भीषण रूप से जलती रही। वहीं इस दौरान लगातार गोदाम में रखे सिलेंडर ब्लास्ट होते रहे। इसके बाद पास ही के सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट से फोम वाला पानी मिला वाहन लेकर फायरफाइटर का दल घटनास्थल पर पहुंचा। इसके बाद कड़ी मशक्कत के चलते आग पर काबू पाया जा सका।
अग्निकांड में सात लोग घायल हुए थे, जिनमें से दो गंभीर घायलों को फिलहाल इंदौर के एम ए अस्पताल में रेफर किया गया है।
.0 कई बार हो चुकी थी इस अवैध गोदाम की शिकायत
पार्षद असलम खोकर ने कहा कि राजेश पवार नाम के व्यक्ति के घर में यह घटना हुई है। यह व्यक्ति डिलीवरी ब्वॉय है और लगभग सभी कंपनियों की गैस की टंकियां सप्लाई करता है। यह हाकर अपने ही घर से गैस की टंकियां रिफिलिंग भी करता है। कई बार इसे समझाया गया, और कई बार शिकायत भी प्रशासन से की गई, लेकिन उसके बावजूद इसने अपना अवैध कारोबार बंद नहीं किया था