पिता की हत्या करने वाले पुत्र को आजीवन कठोर कारावास

महावीर अग्रवाल

मंदसौर १८ अगस्त ;अभी तक;  द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीष महोदय मंदसौर द्वारा आरोपी गोपाल नायक पिता मन्नालाल उम्र 35 साल नि0 भुवानगढ सीतामउ जिला मंदसौर को हत्या करने का दोषी पाते हुए आजीवन सश्रम कारावास एवं 7 हजार रूपये अर्थदण्ड से दण्डित किया।

                         अभियोजन मीडिया सेल प्रभारी दीपक जमरा द्वारा बताया कि दिनांक 30.11.2020 को फरियादी गोपाल (आरोपी) ने देहाती नालसी लेख कराई कि मेरे पिताजी रात के करीब 8 बजे खाना खाकर रखवाली के लिये खेत पर गए थे। चाय पीने वापस नहीं आए सुबह 7 बजे मैने खेत पर जाकर देखा तो वहां पर मरे पडे थे मेरे पिताजी की लाष खाट के पास पडी थी किसी ने धारदार हथियार से सीधे हाथ पर मारकर उनकी हत्या कर दी।
                          फरियादी (आरोपी) की रिपोर्ट पर से देहाती नाल्सी क्रमांक 0/2020 दर्ज की गई। विवेचना के दौरान मृतक मन्नालाल के पुत्र गोपाल पर शंका होने पर पुलिस द्वारा उससे कढाई से पूंछताछ करने पर तो आरोपी ने बताया कि मेरी शादी को करीब 10 साल हो चुके है। उसे बच्चा नहीं हुआ था इसी बात को लेकर मेरे पिता मन्नालाल हमेषा बोलते थे कि तू रण्डवा है तुझे बच्चा नहीं होगा तेरी पत्नी पिंकी को मेरे पास भेज दे मैं बच्चा पैदा कर दूंगा। इसी बात को लेकर हमेषा हमारे घर में झगड़ा होता था इसी कारण मेरी पत्नी पिंकी घर छोड़कर मायके चली गई थी। घटना दिनांक 30.11.2020 को मेरे पिताजी ने सबके सामने मेरी बेइज्जती की थी तू रण्डवा है तेरी पत्नी को मेरे पास भेज दे। हम दोनो बाप बेटो में झगड़ा हो गया था इसलिए मैने गुस्से में आकर पत्थर व कुल्हारी मारकर हत्या कर दी।

अभियोजन द्वारा रखे गये तथ्यों एवं तर्कों से सहमत होकर माननीय न्यायालय ने आरोपी गोपाल नायक को आजीवन सश्रम कारावास एवं 7 हजार रूपये के अर्थदण्ड से दंडित किया गया।
प्रकरण में अभियोजन की ओर से सफल संचालन निर्मला सिंह चौधरी जिला अभियोजन अधिकारी द्वारा किया गया।